सिडनी। वैसे तो आस्ट्रेलिया हमेशा से ही विश्व क्रिकेट में सिरमौर रहा है। मगर हाल ही के कुछ वर्षों में उसकी बादशाहत को अगर किसी ने सबसे ज्यादा चुनौती दी है तो वह भारतीय टीम है। मौजूदा सीरिज में भारत 2-1 से आगे है और चौथे व आखिरी मैच में पहले पारी 622 रन का विशाल स्कोर भारत ने बना दिया है। जिससे साफ हो चला है कि भारत यह मैच हारने वाला नहीं हालांकि क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है मगर यह इतना आसान नहीं स्कोर देखकर लगता है या तो यह मैच भारत जीतेगा या फिर यह ड्रा रहेगा। इन दोनों ही नतीजों से भारत की यह सीरिज जीत पक्की है। आज के खेल में चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंत के शानदार शतकों की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम ने आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में शुक्रवार को अपनी पकड़ मजूबत कर ली है। सिडनी में खेले जा रहे इस मैच में भारत के 7 विकेट पर 622 रनों के जवाब में आॅस्ट्रेलिया ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक अपनी पहली पारी में बिना विकेट खोए 24 रन बना लिए हैं। मार्कस हैरिस 19 और उस्मान ख्वाजा रनों पर 5 पर नाबाद पविलियन लौटे। आॅस्ट्रेलिया पहली पारी के आधार पर भारत से अभी 598 रन पीछे है।
बल्ले से धमाकेदार प्रदर्शन करने वाले पंत ने उस्मान ख्वाजा का कैच छोड़ दिया। ख्वाजा ने जब खाता भी नहीं खोला था तब मोहम्मद शमी की गेंद पर पंत ने उनका कैच छोड़ दिया। पंत ने धमाकेदार बल्लेबाजी की। वह 159 रन बनाकर नाबाद रहे। पंत ने अपने टेस्ट करियर की दूसरी सेंचुरी लगाई। वह आॅस्ट्रेलिया में टेस्ट सेंचुरी लगाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज भी बने। पंत ने इसके साथ ही भारत के बाहर किसी भारतीय विकेटकीपर द्वारा बनाए गए सर्वोच्च स्कोर को भी पीछे छोड़ दिया। धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ 2006 फैसलाबाद टेस्ट में 148 रनों की पारी खेली थी। यह सिडनी के मैदान पर भारतीय टीम का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। 2004 में भारत ने इसी मैदान पर सात विकेट पर 705 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी। पंत ने जडेजा के साथ मिलकर तेजी से बल्लेबाजी की। दोनों ने महज 224 गेंदो पर 204 रन जोड़े। पंत ने रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 204 रनों की शानदार दोहरी शतकीय साझेदारी कर टीम को 622 के स्कोर तक पहुंचाया। भारतीय बल्लेबाजों द्वारा 7वें विकेट के लिए की गई यह दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। इस लिस्ट में पूर्व भारतीय बल्लेबाजों वीवीएस लक्ष्मण और अजय रात्रा द्वारा वेस्ट इंडीज के खिलाफ 2002 में सातवें विकेट के लिए की गई 217 रनों की साझेदारी टॉप पर है। इसी स्कोर पर नाथन लॉयन ने जडेजा को बोल्ड कर भारतीय टीम का सातवां विकेट गिराया और इसी स्कोर पर मेहमान टीम ने अपनी पहली पारी घोषित कर दी। पंत ने 189 गेंदों का सामना किया। और अपनी पारी में 15 चौके और एक छक्का लगाया। वहीं जडेजा ने 114 गेंदों पर 7 चौके और एक छक्का लगाकर 81 रन बनाए।