जयपुर। भाजपा की 131 सीटों पर प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होते ही बगावत भी शुरु हो गई है। सबसे ज्यादा बगावत उन क्षेत्रों में है, जहां से विधायकों की टिकट काटी गई है। विधायकों के समर्थक व पदाधिकारी सड़क पर आ गए हैं। साथ ही निर्दलीय चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया है। जलदाय मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने भाजपा से इस्तीफा देते हुए ऐलान कर दिया कि जिस भाजपारुपी वटवृक्ष को सींचा था, अब उसे उखाड़ फैंकने का वक्त आ गया है। विधायक हबीबुरर्हमान, अनिता कटारा, चन्द्रकांता मेघवाल समेत सात विधायकों ने भी बगावती सुर मिलाते हुए विरोध जताना शुरु कर दिया है। विधायकों के समर्थक भाजपा मुख्यालय में पहुंचकर विरोध जता रहे हैं। विरोध के चलते पार्टी नेताओं की नींद उड़ गई है।
विधायकों व मंत्रियों के टिकट कटने से नाराज पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी से इस्तीफे दे दिए हैं। पूर्व मंत्री सुरेन्द्र गोयल, विधायक हबीबुर्रहमान, प्रदेश मंत्री सरोज प्रजापत, पूर्व प्रदेश महामंत्री कुलदीप धनखड़ समेत एक दर्जन से अधिक नेताओं ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। सुरेन्द्र गोयल, कुलदीप धनखड़, हबीबुर्रहमान ने निर्दलीय चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया है। सुरेन्द्र गोयल जैतारण से तो कुलदीप विराटनगर से चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले आज दोनों ही नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष मदन लाल सैनी को इस्तीफा सौंप दिया। उधर, किशनगढ़ सीट से विकास चौधरी को टिकट देने से नाराज दूसरे दावेदार भागीरथ चौधरी के हजारों समर्थक भाजपा मुख्यालय पहुंच गए और विकास चौधरी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही कईयों ने अपने इस्तीफे भी सौंप दिए। नगर परिषद के उपसभापति राजकुमार बाहेती, जिला महामंत्री समरथ सिंह, जिला उपाध्यक्ष शम्भू शर्मा, महिला मोर्चा की जिला महामंत्री सीमा अखावत, छह मंडल अध्यक्ष, नगर परिषद के 28 पार्षद और नब्बे से अधिक बूथ अध्यक्षों समेत चार सौ पार्टी पदाधिकारियों ने इस्तीफे मदन लाल सैनी को सौंपे हैं। नारेबाजी को शांत करे के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को समझाइश करनी पड़ी और उनकी बात को पार्टी आलाकमान तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
रतनगढ़ से केबिनेट मंत्री राजकुमार रिणवां का टिकट पहली सूची में नहीं आने पर बड़ी संख्या में समर्थकों ने पार्टी मुख्यालय में हंगामा किया। इसी तरह डूंगरपुर में टिकट नहीं देने से नाराज विधायक अनिता कटारा के समर्थक पार्टी पदाधिकारियों ने भी इस्तीफे दे दिए हैं।