जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि राज्य सरकार डाॅ. भीमराव अम्बेडकर के गौरवशाली इतिहास, उनके जीवन दर्शन और सिद्धान्तों को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेगी। इसके लिए जयपुर के मूण्डला ग्राम स्थित अम्बेडकर पीठ को विश्वस्तरीय शोध केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस पीठ का योजनाबद्ध तरीके से विकास किया जा रहा हैं, ताकि यहां आने वाले शोधार्थी दुनिया को यह बता सकें कि बाबा साहब एक ऐसी महान शख्सियत थी और उन्होंने न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में सामाजिक समरसता का संदेश दिया। राजे शुक्रवार को राज्यपाल कल्याण सिंह के मुख्य आतिथ्य में डाॅ. भीमराव अम्बेडकर पीठ में आयोजित राज्यस्तरीय डाॅ. अम्बेडकर जयंती समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को ऐसे महान पुरूष से प्रेरणा लेनी चाहिए, दिल-दिमाग में हमेशा ऐसी विभूतियों का स्मरण रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाबा साहब के सिद्धांतों पर चलकर ही हम ‘सबका साथ, सबका विकास’ और ‘आओ साथ चलें’ की अवधारणा को साकार रूप दे सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार बाबा साहब को आदर्श मानकर प्रदेश में दलित और पिछडे़ वर्ग के लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए निरन्तर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को विदेश में पढ़ने एवं उच्च शिक्षा के अन्य अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से ‘अम्बेडकर अन्तर्राष्ट्रीय छात्रवृŸिा योजना’ एवं ‘अम्बेडकर फैलोशिप योजना’ प्रारम्भ की गई है। इस पहल के दूरगामी परिणाम सामने आयेंगे। राजे ने कहा कि हर व्यक्ति के जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि कौन व्यक्ति किस तरह से उस परिस्थिति के साथ सामंजस्य बिठाते हुए आगे बढ़ता है। उन्होंने कहा कि अगर आत्मविश्वास मजबूत हो, तो डाॅ. अम्बेडकर की तरह जीवन में सफलता हासिल की जा सकती है।
– धौलपुर में पहली बार साथ आये सभी समुदाय
मुख्यमंत्री ने धौलपुर विधानसभा उपचुनाव की जीत का श्रेय वहां की जनता को देते हुए कहा कि विभिन्न वर्ग और समुदायों ने धौलपुर में पहली बार एक साथ आकर विकास के लिए वोट किया। उन्होंने कहा कि वहां की जनता ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ की अवधारणा को वास्तविक रूप में साकार किया है। उन्होंने कहा कि जब 36 की 36 कौम एक परिवार की तरह रहेंगे, तो कोई भी ताकत राजस्थान का विकास नहीं रोक सकती।