जयपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं राजस्थान प्रदेश कांग्रेस किसान व खेत मजदूर कांग्रेस के प्रदेशध्यक्ष संदीप सिंह चौधरी ने कहा है कि कोटा में भाजपाईयों को बचाने के लिए सरकार कर्तव्यपरायण पुलिस अफसरों को निशाना बनाने की साजिष रच रही है। इससे पूरे प्रदेश में पुलिस बेड़े का मनोबल गिर रहा है। प्रकरण की राजस्थान हाईकोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश से न्यायिक जांच की जाए। संदीप सिंह ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि कोटा में जिस तरह सोमवार को भाजपा विधायक चन्द्रकांता मेघवाल की अगुवाई मंें भाजपाईयों ने कोटा में गुण्डागर्दी मचाई। घनी आबादी में स्थित पेट्रोल पंप को जलाने की कोषिष की और थाने के भीतर थाना प्रभारी और प्रषिक्षु आईपीएस अधिकारी के साथ मारपीट की। वह प्रदेश में अराजकता और जंगलराज की पराकाष्ठा है। पूरे मामले को दबाने और इसकी दिषा बदलने की जिस तरह कोषिश की जा रही है, उससे पूरे प्रदेश के पुलिस बेड़े में जबर्दस्त असंतोष है।
संदीप सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार और पार्टी दोनों मिलकर इस प्रकरण में कुछ पुलिस अफसरों को बलि का बकरा बनाने की साजिश रच रहे हैं। यदि ऐसा हुआ तो पूरे प्रदेष में इसका तीव्र विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि ईमानदार पुलिस अफसर इसी तरह थानों में पिटते रहे और उनका दमन होता रहा तो प्रदेश में पुलिस मंे निराषा बढ़ेगी और अपराधियों के हौसले बुलंद होंगे। राजस्थान में हमेषा पुलिस का इकबाल बुलंद रहा है लेकिन इस प्रकरण से पुलिस का मनोबल कमजोर हो रहा है। इसलिए इसकी निष्पक्ष न्यायिक जांच जरूरी है।