नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस समारोह हर्षोल्लास से मनाया गया। राजपथ पर सभी राज्यों, सेना और विभागों की आकर्षक झांकियों से देश की आन-बान और शान का शानदार नजारा देखने को मिला। 68वें गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली में परेड के दौरान राजपथ से देश की सांस्कृतिक, सामाजिक एकता, समृद्धता और सैन्य ताकतों को दर्शाती झांकियां हर किसी को लुभा रही थी। भारतीय सेना की उपलब्धियां और देश की सुरक्षा की गारंटी देने वाली आर्मी क्षमता का भव्य प्रदर्शन यहां देखने को मिला। इस बार परेड में मुख्य अतिथि अबु धाबी के शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान थे। परेड में यूएई के सैनिकों की एक टुकड़ी ने अपने देश के ध्वज के साथ हिस्सा लिया, जिसमें उसका संगीत बैंड शामिल था। सलामी मंच पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की मौजूदगी में राजपथ पर भारत की संस्कृति के रंगों और रक्षा क्षेत्र की ताकत का प्रदर्शन किया गया। परेड में सांस्कृतिक एकता की झांकियां दिखी, तो देश में हो रहे विकास और बदलाव को भी दर्शाया गया। वहीं अत्याधुनिक हथियारों, मिसाइलों, विमानों और भारतीय सैनिकों के दस्तों ने किसी भी चुनौती से निपटने की ताकत का अहसास कराया। वायु सेना के अत्याधुनिक विमानों ने राजपथ के ऊपर से हैरतअंगेज कारनामों के साथ उड़ान भरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह अमर जवान ज्योति पर कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। परेड के 8 किलोमीटर के रास्ते में लाखों बच्चे, महिला व पुरुष थे। दस बजे राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने तिरंगा फहराया। राष्ट्रगान की धुनों के बीच 21 तोपों की सलामी ली गई। परेड से पहले सलामी मंच पर हवलदार हंगपन दादा को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया। आंखों में गर्व का भाव लिए हंगपन दादा की पत्नी चासेल लवांग ने सम्मान स्वीकार किया। यह शांति काल में दिया जाने वाला देश का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार है।
– सर्जिकल स्ट्राइक के 19 जवानों को वीरता और मेजर को कीर्ति चक्र
पाकिस्तान में की गई सर्जिकल स्ट्राइक में शामिल भारतीय सेना के अफसर और जवानों को गणतंत्र दिवस पर सम्मान किया गया। 19 जवानो को वीरता पद से नवाजा गया तो मेजर रोहित सूरी को शांति काल के दूसरे सबसे बड़े सम्मान कीर्ति चक्र से नवाजा।
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