नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वित्तीय समाधान एवं जमा बीमा (एफआरडीआई) विधेयक को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों को दूर करने का उद्योग जगत से आह्वान करते हुये आज कहा कि सरकार लगतार बैंक ग्राहकों और उनकी जमा पूंजी की सुरक्षा के लिये काम कर रही है।vप्रधानमंत्री आज यहां देश के शीर्ष उद्योग मंडल फिक्की की 90वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार देश के बैंकों को मजबूत बनाने के लिये काम कर रही है। सरकार बैंकों में ग्राहकों के हितों को सुरक्षित रखने के लिये लगातार काम कर रही है लेकिन इसके खिलाफ अफवाहें फैलाईजा रही हैं। मोदी ने एफआरडीआई विधेयक का जिक्र करते हुये कहा, ‘‘इस विधेयक के प्रावधानों को लेकर अफवाहें फैलाईजा रही है। सरकार ग्राहक हितों को सुरक्षित करने के लिये लगातार काम कर रही है, लेकिन खबरें ठीक इसके उल्टी फैलाई जा रही हैं।’’ उन्होंने उद्योग संगठन फिक्की से इस संबंध में आगे आकर जागरूकता बढ़ाने का काम करने को कहा। उन्होंने कहा कि फिक्की जैसे संगठनों को आगे आना चाहिये और सरकार-उद्योग-बैंक और जनता के बीच तालमेल बिठाने का काम करना चाहिये। वित्तीय समाधान और जमा बीमा (एफआरडीआई) विधेयक 2017 में ‘बेल-इन’ प्रावधान को लेकर कुछ लोगों ने आशंकायें व्यक्त की हैं।उनका कहना है कि इस प्रावधान के रहते बैंकों में जमा पूंजी रखने वाले ग्राहकों का नुकसान हो सकता है।
यह विधेयक अगस्त में लोकसभा में पेश किया गया था और इस समय संयुक्त संसदीय समिति के विचाराधीन है। इस विधेयक में कहा जा रहा है कि वित्तीय संस्थानों जैसे कि बैंकों, बीमा कंपनियों और गैर-बैंकिंग संस्थानों के दिवालिया होने की स्थिति में एक ‘समाधान निगम’ बनाने का प्रस्ताव है। यह निगम पूरी प्रक्रिया पर नजर रखेगा और ऐसे संस्थानों को दिवालिया होने से बचाने के लिये कदम उठायेगा। इसके लिये वह इन संस्थानों की देनदारी को समाप्त कर सकता है। इसे प्रावधान को ‘बेल-इन’ का नाम दिया गया है।