जयपुर। मुख्य सचिव डी.बी गुप्ता ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ) के दौरान ट्रैफिक सहित सभी व्यवस्थाएं बेहतर तरीके से करने के निर्देश दिए ताकि आम लोगों को कोई असुविधा नहीं हो। गुप्ता बुधवार को शासन सचिवालय में विभिन्न विभागों एवं आयोजकों के साथ बैठक में व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। मुख्य सचिव ने कहा कि जेएलएफ की लोकप्रियता साल दर साल बढ़ती जा रही है। यह अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का आयोजन बन चुका है जहां देश-विदेश से साहित्य प्रेमियों का हुजूम उमड़ता है.
उन्होंने कहा कि प्रशासन एवं आयोजकों का दायित्व है कि फेस्टिवल में पहुंचने वाले साहित्य प्रेमियों की सुविधाओं के साथ आमजन का भी पूरा ख्याल रखें। आयोजन स्थल पर सुरक्षा, चिकित्सा, फायर ब्रिगेड सहित सभी जरूरी व्यवस्थाएं माकूल हो। साथ ही आयोजन की वजह से आमजन को कोई असुविधा का सामना नहीं करना पड़े, इसके समुचित इंतजाम किए जाए। गुप्ता ने फेस्टिवल में पहुंचने वाले लोगों की संख्या को मद्देनजर रखते हुए कुछ सेशन अन्य स्थानों पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए । उन्होंने अतिविशिष्ट मेहमानों के आगमन के समय विशेष इंतजाम करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि जेएलएफ आयोजन स्थल जयपुर की व्यस्तम सड़क सवाई रामसिंह रोड़ पर स्थित है। इसलिए टै्रफिक व्यवस्था का विशेष ध्यान रखें। अनावश्यक वाहन सड़क पर नहीं रुके और वाहनों की आवाजाही सुचारू बनाए रखना सुनिश्चित करें।
पर्यटन, कला एवं संस्कृति विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा ने कहा कि फेस्टिवल के कुछ सेशन शहर के अन्य हेरिटेज स्थानों पर आयोजित करने का प्रयास करें। जयपुर पुलिस कमिश्नर श्री आनन्द श्रीवास्तव ने फेस्टिवल के दौरान कानून एवं ट्रेफिक व्यवस्था के समुचित उपायों की जानकारी दी।
टीम वक्र्स एंड आट्र्स प्राइवेट लिमिटेड के संजोय रॉय ने 23 जनवरी से शुरू होने वाले छह दिवसीय फेस्टिवल के लिए आयोजकों की ओर से की गई व्यवस्थाओं से अवगत कराया। उन्होंने विशिष्ट मेहमानों एवं वक्ताओं के आगमन, साहित्य प्रेमियों के रजिस्ट्रेशन एवं संभावित संख्या की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आयोजन स्थल पर चिकित्सा, अग्निशमन एवं भीड़ प्रबंधन की समुचित व्यवस्था की गई है। आयोजन स्थल पर चिकित्सकों की टीम एवं एंबुलेंस हर समय उपलब्ध रहेगी। उन्होंने बताया कि डिग्गी पैलेस की क्षमता को देखते हुए कुछ सेशन अन्य स्थान पर रखे गए हैं जिससे भीड़ नियंत्रण में कोई दिक्कत नहीं आएगी।
बैठक में जयपुर विकास प्राधिकरण की सचिव अर्चना सिंह, जयपुर नगर निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वीपी सिंह, पुरातत्व विभाग के निदेशक हृदेश शर्मा एवं डीसीपी (ट्रेफिक) श्रीमती वन्दना भाटी सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।