मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) का कहना है कि विवादित फिल्म ‘पद्मावती’ को देखने के बाद ही वह फिल्म को लेकर अपना रुख तय करेंगे। दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह मुख्य भूमिकाओं वाली संजय लीला भंसाली की फिल्म का कुछ संगठन विरोध कर रहे हैं। राज ठाकरे के नेतृत्व वाली मनसे की फिल्म शाखा ‘चित्रपट सेना’ के अध्यक्ष अमेय खोपकर ने फिल्म पर संगठन का रुख स्पष्ट करते हुए कल एक वीडियो जारी किया था। फिल्म एक दिसंबर को रिलीज होने वाली है।
इसके अनुसार, ‘‘हमारा विचार है कि हम बगैर देखे फिल्म का विरोध नहीं करेंगे। हमलोग इसे उस तरीके से नहीं करने जा रहे हैं। मुझे जानकारी मिली है कि कुछ सामाजिक संगठन और राजनीतिक दल फिल्म का विरोध कर रहे हैं लेकिन हम सबसे पहले फिल्म देखना चाहेंगे।’’ पार्टी ने वीडियो में कहा, ‘‘अगर हमें कुछ अंश आपत्तिजनक लगते हैं तो हम निर्देशक (भंसाली) के साथ बैठक कर सकते हैं।’’ बहरहाल मुंबई से भाजपा विधायक राम कदम ने कहा कि फिल्म का ट्रेलर लोगों के एक वर्ग की भावनाएं आहत करता है।
कल यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘किसी को भी इतिहास से छेड़छाड़ का अधिकार नहीं है। ट्रेलर ने कुछ लोगों की भावनाएं आहत की हैं और भंसाली को उनकी भावनाओं का सम्मान करना होगा।’’ इससे पहले फिल्म स्टूडियोज सेटिंग एंड अलायड मजदूर संघ के अध्यक्ष रहे तथा घाटकोपर (पश्चिम) विधानसभा खंड से विधायक ने कहा कि इसके विरोध में उनका संगठन भंसाली की अगली फिल्म में उनके साथ काम नहीं करेगा।
विधायक ने चेतावनी दी, ‘‘अगर भंसाली लोगों की भावनाओं का सम्मान नहीं कर सकते तो वह यहां उनकी अगली फिल्म के लिये शूटिंग नहीं कर पायेंगे। मेरा संघ बहुत मजबूत है और हम उनके साथ सहयोग नहीं करेंगे।’’ राजस्थान स्थित श्री राजपूत करणी सेना फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से ‘‘छेड़छाड़’’ का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है।