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भवानी सिंह
जयपुर। जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा चहेती फर्मों को लाभ पहुंचाने के लिए सेक्टर रोड की चौड़ाई में बड़ा खेल किया जा रहा है। वर्ष 2015 में जेडीए की ओर से पृथ्वीराज नगर क्षे़त्र की न्यू सांगानेर रोड से पत्रकार कॉलोनी, महारानी गार्डन से मांग्यावास 100 फीट सेक्टर रोड और न्यू सांगानेर रोड से मुहाना मंडी वाया सरस्वती कॉलोनी की सेक्टर रोड्स पर बिजली की लाइनों को भूमिगत करने, स्ट्रीट लाईटें लगाने का कार्य करवाया था, जिन पर 12 करोड़ से ज्यादा का बजट खर्च किया गया था। और अब एक बार फिर इन्हीं सेक्टर रोड पर बिजली की लाइनों को भूमिगत करने, स्ट्रीट लाईटें लगाने पर 8 करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे हैं।

वर्ष 2015 में जारी तकनीकी स्वीकृति के अनुसार बिजली की लाइनों को भूमिगत करने और स्ट्रीट लाइटों लगाने का कार्य रोड़ की चौड़ाई 100 फीट करने के बाद ही किया जाना था, लेकिन जेडीए ने 2015 में रोड की चौड़ाई 20 से 30 फीट बढ़ाने के साथ ही ठेका फर्म एमआरआर इलेक्ट्रिकल्स के साथ मिलकर बिजली की लाइनों को भूमिगत करने और स्ट्रीट लाइटों लगाने का कार्य करवा दिया, जिस पर करीब 12 करोड़ रूपए का भुगतान ठेका फर्म को किया गया था। और अब दो साल बाद फिर से उन्हीं सेक्टर रोड की चौड़ाई 100 फीट कर उस पर बिजली की लाइनों को फिर से शिफ्टिंग करने और स्ट्रीट लाइटें लगाने का कार्य करवाया जा रहा है। इस कार्य पर जेडीए की ओर से फिर से 8 करोड़ से ज्यादा का बजट खर्च किया जाएगा। जेडीए अधिकारियों की मिलीभगत से मैसर्स एमआरआर इलेक्ट्रिकल्स एक कार्य को दो-दो बार करके करोड़ों का रूपए का डबल भुगतान उठाएगी। जेडीए द्वारा सेक्टर रोड पर बिजली की लाइनों को भूमिगत करने और स्ट्रीट लाईटें लगाने में करोड़ों रूपए का यह खेल राज्य सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए खेला जा रहा है।

20-30 फीट रोड़ की चौड़ाई पर ही बिजली लाइनें करवा दी शिफ्ट
तकनीकी स्वीकृति के अनुसार पीआरएन के तीनों सेक्टर रोड़ की चौड़ाई 100 फीट करने के बाद ही बिजली की लाइनों को भूमिगत करने के साथ ही स्ट्रीट लाइटों को लगाया जाना था, लेकिन जेडीए इलेक्ट्रिक विंग के अधिकारियों ने चहेती फर्म को लाभ पहुंचाने के लिए सेक्टर रोड़ की चौड़ाई 20 से 30 थी फिर भी बिजली की लाइनों को भूमिगत करने के साथ ही स्ट्रीट लाइटें लगवा दी। इस कार्य के पेटे मैसर्स एमआरआर इलेक्ट्रिकल्स को जेडीए की ओर से 12 करोड़ रूपए से ज्यादा का भुगतान किया गया था। जेडीए की ओर से दो साल बाद फिर से इन्हीं तीनों सेक्टर रोड की चैड़ाई 100 फीट कर फिर से अपनी चहेती फर्म मैसर्स एमआरआर इलेक्ट्रिकल्स को बिजली की लाइनों को भूमिगत करने के साथ ही स्ट्रीट लाइटें लगाने का काम सौंप दिया। नियमानुसार जेडीए को सेक्टर रोड की चैड़ाई 100 फीट करने के बाद ही बिजली की लाइनों को भूमिगत करने के साथ ही स्ट्रीट लाइटों को लगवाया जाना था, लेकिन जेडीए अधिकारियों ने चहेती फर्म को लाभ पहुंचाने के लिए एक काम को दो-दो बार गलत तरीके से करवा कर राज्य सरकार को 12 करोड़ रूपए का नुकसान पहुंचाने के साथ ही चहेती फर्म को करोड़ों का फायदा पहुंचाया जा रहा है।

यूडीएच के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहा है जेडीए
यूडीएच विभाग की ओर से 23 फरवरी, 2018 को एक आदेश जारी किया गया था, जिसके अनुसार जेडीए क्षेत्र में बिजली की नई लाईनें डालने, लाईनों की शिफ्टिंग करने, ट्रांसफार्मर लगाने, 33 और 11 केवी ब्रेकर्स आदि का कार्य डिस्कॉम के द्वारा किया जाएगा। लेकिन जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा जयपुर डिस्कॉम से डिपोजिट वर्क में कार्य कराने की बजाए अपने स्तर पर ही मिलीभगत कर करोड़ों के कार्य करवाए जा रहे हैं। इन कार्यों में जेडीए इलेक्ट्रिक विंग द्वारा ठेका फर्मों के साथ मिलीभगत कर एक ही कार्य को गलत तरीके से दो-दो बार करवाकर ठेका फर्मों को लाभ पहुंचाया जा रहा है।

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