मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने गत अगस्त में आडियो क्लिप विवाद के बाद मोपलवार को महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम के उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक पद से हटा दिया था। आडियो क्लिप में मोपलवार को कथित तौर पर एक प्लाट के लिए सौदा करते सुना गया था। ठाणे पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने कहा, ‘‘निजी जासूस सतीश मंगले और उसकी पत्नी श्रद्धा को पुलिस की रंगदारी रोधी इकाई ने डोंबिवली स्थित उनके घर से गिरफ्तार कर लिया।’’ सिंह ने बताया कि मंगले ने मोपलवार को धमकी दी थी कि अगर धन नहीं दिया गया तो उन्हें और उनकी बेटी को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
मोपलवार ने धन मांगे जाने का वीडियो बना लिया था। यह मांग गत 31 अक्तूबर को मुंबई के एक होटल में की गई थी। पहले 10 करोड़ मांगे गए थे और बाद में वे सात करोड़ रुपये लेने पर सहमत हो गए। अधिकारी के अनुसार मोपलवार ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी। वीडियो और अन्य साक्ष्यों का अध्ययन करने के बाद जाल बिछाया गया। सादा वर्दी में एक पुलिसकर्मी को रंगदारी की किश्त के रूप में एक करोड़ रुपये लेकर मंगले के डोंबिवली स्थित घर भेजा गया।
उन्होंने बताया कि मंगले और उसकी पत्नी को यह नकदी लेते समय गिरफ्तार कर लिया गया।
मुंबई: ठाणे पुलिस की रंगदारी रोधी इकाई ने डोम्बीवली इलाके में एक निजी जासूस और उसकी पत्नी को एक आईएएस अधिकारी से एक करोड़ रुपये की ‘वसूली’ करते हुए गिरफ्तार किया है। इस आईएएस अधिकारी को छुट्टी पर भेजा गया।पुलिस के अनुसार कल गिरफ्तार किए गए इस दंपति ने अधिकारी राधेश्याम मोपलवार को धमकी दी थी कि वे उनकी फोन काल रिकार्डिंग सार्वजनिक कर उन्हें बदनाम कर देंगे। उन्होंने ऐसा न करने तथा साथ ही अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के अपने आरोप वापस लेने के लिए सात करोड़ रुपये की मांग की।