श्रीनगर। सेना ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा से जैशे मोहम्मद के आतंकवादियों की घुसपैठ की एक बड़ी साजिश को आज नाकाम करते हुए आतंकी समूह के आत्मघाती दस्ते के पांच आतंकवादियों को मार गिराया। यह जानकारी सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। ब्रिगेडियर वाई एस अहलावत ने श्रीनगर से 100 किलोमीटरी दूर उरी में संवाददाताओं को बताया कि सेना ने रातभर चले एक अभियान में पाकिस्तानी आतंकी संगठन की ओर से किये गए घुसपैठ के प्रयास को विफल कर दिया। सेना का अभियान सुबह समाप्त हुआ। इस वर्ष घुसपैठ का यह पहला प्रयास था। ब्रिगेडियर अहलावत ने कहा कि घुसपैठ का प्रयास झेलम नदी के किनारे से किया गया। यह नदी भारत से पाकिस्तान में बहती है। उन्होंने कहा, ‘‘उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा से फिदायीन समूह की ओर से किया गया घुसपैठ का एक बड़ा प्रयास विफल कर दिया गया है। यह वर्ष 2018 का पहला ऐसा प्रयास था। सेना दिवस पर और गणतंत्र दिवस समारोह से पहले एक बड़ी साजिश को विफल कर दिया गया।’’ सैन्य अधिकारी ने कहा कि चौकन्ने सैनिकों ने गतिविधि देखी ‘‘क्योंकि आतंकवादी झेलम नदी के किनारे बढ़ रहे थे और बाद में उन पर नजर बनाये रखी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बाद में हुई मुठभेड़ में सेना ने पांच आतंकवादियों को मार गिराया।’’ उन्होंने बताया कि चार आतंकवादियों के शव मिल गए हैं और पांचवें का शव उस नौका के पास पड़ा हुआ था जिसका इस्तेमाल आतंकवादियों ने नदी पार करने के लिए किया।
उन्होंने बताया कि मारे गए आतंकवादियों के पास से बड़ी संख्या में हथियार बरामद किये गए हैं। इनमें चार एके..47 राइफल, तीन अंडरबैरेल ग्रेनेड लांचर, 38 यूबीजीएल ग्रेनेड, 23 हैंडग्रेनेड, नौ आईईडी और अन्य चीजें शामिल हैं।सितम्बर 2016 में भारी हथियारों से लैस जैशे मोहम्मद के आतंकवादियों ने भारतीय सेना के उरी स्थित शिविर पर हमला किया था जिसमें 18 सैनिक शहीद हो गए थे। उसी वर्ष 10 दिन बाद 28 सितम्बर को भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी ठिकानों पर ‘‘लक्षित हमला’’ करते हुए उन आतंकवादियों को बड़ा नुकसान पहुंचाया था जो कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से घुसपैठ की तैयारी में थे। ब्रिगेडियर अहलावत ने आज कहा, ‘‘भारतीय सेना नियंत्रण रेखा पर सख्त निगरानी के अपने संकल्प पर प्रतिबद्ध है और वह भविष्य में भी पाकिस्तान के ऐसे नापाक षड्यंत्रों को विफल करती रहेगी।’’ जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी एस पी वैद ने आज इससे पहले कहा था कि आतंकवादी जैशे मोहम्मद समूह के थे। आतंकवादियों के खिलाफ जब अभियान जारी था, तब वैद्य ने एक ट्वीट में कहा था, ‘‘जैश-ए-मोहम्मद के तीन आत्मघाती आतंकवादी उरी सेक्टर के दुलांजा इलाके में घुसपैठ प्रयास के दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस/ सेना/ सीएपीएफ के एक संयुक्त अभियान में मारे गए। चौथे आतंकवादी की तलाश जारी है।’’ हालांकि बाद में एक रक्षा प्रवक्ता ने मारे गए आतंकवादियों की संख्या अद्यतन की।