जयपुर। गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह एनकाउंटर मामले में १२ जुलाई को सांवराद में हुई सभा के दौरान हिंसा व फायरिंग में लालचंद शर्मा मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। फायरिंग में लालचंद शर्मा की मौत होना सरकार-प्रशासन बता रही थी, वो लालचंद शर्मा नहीं है, बल्कि उसकी पहचान सुरेन्द्र सिंह राठौड़ के रुप में हुई है। सुरेन्द्र राठौड़ मालासर का रहने वाला है, जहां आनन्दपाल का एनकाउंटर हुआ था। इस खुलासे के बाद पुलिस प्रशासन की मुशिकलें बढ़ गई हैं और आनन्दपाल आंदोलन उग्र होने का अंदेशा जाहिर किया जा रहा है। सुरेन्द्र सिंह राठौड़ के पिता कल्याण सिंह इसकी पुष्टि की है, साथ ही नागौर एसपी को एक परिवाद देकर इस मामले की जांच की मांग की है।
– एनकाउंटर का गवाह बताता था सुरेन्द्र राठौड़
कल्याण सिंह राठौड़ ने नागौर एसपी को जो परिवाद दिया है, उसमें बताया है कि सुरेन्द्र राठौड़ आनन्दपाल एनकाउंटर के फर्जी होने का प्रत्यक्षदर्शी गवाह बताता था और कहता था कि आनन्दपाल सिंह ने सरेण्डर कर दिया था और आनन्दपाल का फर्जी एनकाउंटर हुआ है। उसे धोखे से मारा है, वो यह कहता था। परिवाद में सुरेन्द्र राठौड़ के पिता ने आरोप लगाया कि यह बात पुलिस को भी पता थी। इस वजह से पुलिस ने उसके बेटे को सांवराद सभा के बाद हुई हिंसा-उपद्रव के दौरान मार डाला। इस मामले से ध्यान भटकाने के लिए सुरेन्द्र राठौड़ को लालचंद शर्मा बता दिया। मेरे बेटे को जानबूझकर मारा है। इस मामले में रिपोर्ट करता हूं कि इसकी जांच करवाई जाए।