-प्रधानमंत्री मोदी ने पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबोधित किया
पटना.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वह पटना विश्वविद्यालय में आने और छात्रों के बीच होने को अपना सम्मान मानते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं बिहार की इस धरती को नमन करता हूं। इस विश्वविद्यालय ने ऐसे छात्रों को तैयार किया जिन्होंने देश में काफी योगदान दिया है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने विभिन्न राज्यों में देखा है कि शीर्ष स्तर के सिविल सेवा में वही लोग हैं जिन्होंने पटना विश्वविद्यालय में अध्ययन किया है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘दिल्ली में मैं इतने सारे अधिकारियों से बातचीत करता हूं जिनमें से कई बिहार से ताल्लुख रखते हैं।’
नरेन्द्र मोदी ने कहा कि राज्य की प्रगति के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिबद्धता सराहनीय है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पूर्वी भारत के विकास को सबसे अधिक महत्व देती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार ‘ज्ञान’ और ‘गंगा’ दोनों से समृद्ध है। उन्होंने कहा कि यह भूमि एक विरासत है जो अनोखी है। उन्होंने कहा कि हमारे विश्वविद्यालयों को पारंपरिक शिक्षण से नवोन्मेषी शिक्षा की ओर अग्रसर होने की जरूरत है।प्रधानमंत्री ने कहा कि भूमंडलीकरण के इस दौर में हमें दुनिया भर में बदलते रुझानों और प्रतिस्पर्धा की बढ़ती भावना को समझने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि उसी संदर्भ में भारत को दुनिया में अपनी जगह बनानी होगी।उन्होंने छात्रों से कहा कि उन्हें लोगों के सामने आने वाली समस्याओं के लिए अभिनव समाधान के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्होंने जो सीखा उसे लागू करते हुए और स्टार्टअप क्षेत्र के जरिये वे समाज के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं। पटना विश्वविद्यालय से हवाई अड्डे तक वापस जाते हुए रास्ते में प्रधानमंत्री, बिहार के मुख्यमंत्री एवं अन्य गणमान्य लोगों ने बिहार संग्रहालय का दौरा किया जो राज्य की समृद्ध संस्कृति और इतिहास को प्रदर्शित करता है।