्ननई दिल्ली। राहुल के तेवर अब बदले-बदले से नजर आ रहे हैं गुजरात चुनाव के मद्देनजर वे काफी सक्रियता से अपनी रणनीति को अंजाम दे रहे हैं तथा पहले की अपेक्षा अब ज्यादा मुखर हो गए हैं। शायद यह इस बात का भी असर है कि अब कांग्रेस पार्टी की कमान उनके हाथ में जल्द ही आने वाली है। जिसकी जिम्मेदारी का बोध उन्हें हो गया है। और इसीलिए वे अब विपक्ष के रूप में काफी हमलावर हो गए हैं। और रोजना भाजपा और मोदी को आड़े हाथों ले रहे हैं। राहुल गांधी ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस से जुड़े संगठन महिलाओं के साथ भेदभाव करते हैं। गुजरात के अकोटा में आयोजित एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा, ह्यइनका (बीजेपी) मेन संगठन आरएसएस है। कितनी महिलाएं हैं आरएसएस में? कभी शाखा में महिलाओं को देखा है शॉर्ट्स में? मैंने तो नहीं देखा।ह्ण कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी महिलाओं के चुप रहने की पक्षधर है।
राहुल ने कहा, ह्यइनकी सोच है कि जब तक महिला चुप रहे, कुछ बोले न, तब तक महिला ठीक है। जैसे ही महिला ने मुंह खोला, उसको चुप करवाओ। जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य का दौरा कर रहे राहुल ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो वे महिला सशक्तीकरण पर ध्यान केंद्रित करेंगे। राहुल ने कहा, हमारा फोकस एजुकेशन, स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी होगा। क्या पीएम नरेद्र मोदी ने आपसे बात करके यह जानना चाहा है कि आपको क्या चाहिए। बता दें कि राहुल बीते कुछ वक्त से बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ काफी हमलावर रहे हैं। राहुल आरोप लगाते रहे हैं कि बीजेपी की विचारधारा देश को बांटने वाली है। उनका यह भी कहना है कि मोदी सरकार गरीबों के लिए नहीं, बल्कि उद्योगपतियों के फायदे के लिए काम कर रही है।