जयपुर। आम आदमी पार्टी ने राज्य की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि राज्य सरकार शराब माफियाओं को संरक्षण दे रही है और उनसे डरती है। जिसके चलते शराबबंदी के लिए गाँधीवादी तरीके से आंदोलन कर रहे आंदोलनकारियो को आंदोलन तक करने नही दे रही है। भाजपा शासित राज्य सरकार की इस हरकत से ऐसा प्रतीत होता है कि वह राज्य के आमजन का अपमान कर रही और साथ ही लोकतंत्र का दमन कर रही है। आप वरिष्ठ नेता डॉ कौस्तुभ दाधीच ने बताया कि गुरुवार को आम आदमी पार्टी ने राज्य की आमजनता के हितों का सम्मान करते हुए जस्टिस फ़ॉर छाबड़ा की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम छाबड़ा के शराबबंदी आंदोलन की सराहना करते हुए आंदोलन में समर्थन देने की बात कही। जिसके बाद शहर का प्रशासन हरकत में आ गया और पूनम छाबड़ा को अनशन करने और स्थल की परमिशन तक नही दी गई। जबकि छाबड़ा पूरे गाँधीवादी उसूलों को ध्यान में रखकर अपनी मांग राज्य सरकार को लगातार सोपति आ गई है जिस पर राज्य सरकार कमेठी गठित कर देती है और झूठे वादे कर बहला- फुसला देती है। झूठे दावे और वादे कर आंदोलन को खत्म करने का काम करते है जिससे आहत होकर छाबड़ा ने 15 दिवस से भी अधिक समय पूर्व में शराबबंदी को आमरण अनशन की घोषणा कर दी थी उसके बावजूद भी प्रशासन ने सरकार के दबाव में आकर अनुमति प्रदान नही की और पूनम छाबड़ा सहित तमाम आंदोलनकारियो को हिरासत में लेना राज्य सरकार और प्रशासन का दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय लेकर गांधी जी के सिद्धांतों का अपमान किया और लोकतंत्र में उठ रही आवाज को दबाने का प्रयास कर दमन किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी राज्य सरकार से मांग करती है कि वह आंदोलनकारियों का सम्मान करें और धरना प्रदर्शन की इज्जत देंवे।