जयपुर। सर्व ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा ने आरोप लगाया कि राज्य की भाजपा सरकार ब्राह्मण आरक्षण आंदोलन को कुचलने में लगी हुई है और आंदोलन के अगुवा नेताओं को पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। करीब एक दशक पुराने जयपुर में हुए ब्राह्मण आंदोलन को लेकर दर्ज मुकदमे में उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। मिश्रा ने कहा कि वे सरकार की शह पर पुलिस द्वारा दी जा रही धमकियों से डरने वाले नहीं है। वे इस मुकदमे को लेकर कल विधायकपुरी थाने जाएंगे।
सुरेश मिश्रा ने बताया कि ब्राह्मण आरक्षण आंदोलन में 19 अगस्त 2007 को ब्राह्मणों पर अकारण पुलिस लाठीचार्ज हुआ था, जिसमें ब्राह्मण युवकों, महिलाओं और यहां तक कि बच्चों पर भी पुलिस ने लाठियां बरसाई थीं। यह मामला लगभग 11 वर्ष पुराना है। उस समय तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार ने ब्राह्मण समाज से आरक्षण और ब्राह्मण आंदोलन के मुद्दे पर कुछ समझौते किए थे, जिसमें ब्राह्मणों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने, दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही तथा ब्राह्मणों को मुआवजा देने पर सहमति बनी थी, लेकिन अचानक 11 साल बाद विधायकपुरी पुलिस थाने से गिरफ्तारी करने के लिये दबाव बनाया जा रहा है।
सर्व ब्राह्मण महासभा के प्रदेशाध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा ने बताया कि भगवान परशुराम जयंती समारोह के तहत पूरे प्रदेश में आरक्षण की बात को हर मंच से इन दिनों में उठाया जा रहा है। इससे घबराकर राजस्थान सरकार इस आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही है। यदि सरकार की मंशा टकराव की है, तो ब्राह्मण समाज भी चुप नहीं बैठेगा। सरकार ब्राह्मण आरक्षण आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है, जिसे समाज कतई बर्दाश्त नही करेगा, हम चुप नहीं बैठेंगे और किसी के दबाव में नही आएंगे। मिश्रा ने कहा कि मैं पुलिस से छिपने या बचने का कतई प्रयास नहीं करूंगा। 10 मई को दोपहर 11 बजे विधायकपुरी थाने जाएंगे और थानाधिकारी को जवाब देंगे। मिश्रा ने यह भी कहा कि आंदोलन ना कभी पहले थमा था और ना ही आगे थमेगा। बल्कि आंदोलन को तेज किया जाएगा।