जयपुर। पेयजल संकट से जूझ रहे लोगों के लिए कांग्रेस के आरोप-प्रत्यारोप और विरोध प्रदर्शनों से भाजपा बचाव में उतर आई है। पेयजल मुद्दे पर कांग्रेस लगातार आक्रामक हो रही है। जयपुर समेत पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ता धरने-प्रदर्शन कर रहे हैं तो भाजपा ने भी बचाव में अपने मंत्रियों को मैदान में उतार दिया है। पेयजल मुद्दे पर कांग्रेस को जवाब देने के लिए सरकार के मंत्री मीडिया से मुखातिब होकर सरकार की ओर से पेयजल योजनाओं की जानकारी दे रहे हैं।
उद्योग मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने भाजपा मुख्यालय में मीडियाकर्मियों से कहा कि प्रदेश में कांग्रेस ने लम्बे समय तक शासन किया, लेकिन लोगों को पेयजल मिल सके, इसके लिए कोई योजनाएं नहीं बनाई और ना ही कार्य किए। इससे पहले कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी, सामाजिक अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी भी पेयजल मुद्दे पर मीडिया से रूबरू हो चुके हैं। राजपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश में एक फीसदी भूजल है। ऐसे में पानी राजस्थान का मुद्दा है, न कि चुनावी मुद्दा। कांग्रेस ने कभी भी पेयजल समस्या के निदान के लिए कोई प्रयास नहीं किया।
सीएम वसुन्धरा राजे के प्रयासों से जल-स्वावलम्बन योजना आगे बढ़ रही है। इसकी पूरे भारत में सराहना हुई है। 1998 में भैंरोसिंह शेखावत के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के समय में ही पहली बार जयपुर शहर के लिए बीसलपुर बांध से पेयजल सप्लाई हुई। 29 मई, 2018 को जलदाय विभाग ने जयपुर शहर में 49 करोड़ 30 लाख लीटर पेयजल वितरित किया गया। गत वर्ष 29 मई को 47 करोड़ 10 लाख लीटर पेयजल उपलब्ध कराया गया था। इस प्रकार आपूर्ति में 2.20 करोड़ लीटर की प्रतिदिन बढ़ोतरी अप्रैल, 2018 के अन्तिम सप्ताह से कर दी गई है। कांग्रेस राज में 29 मई, 2013 को बीसलपुर बांध से 35.20 करोड़ लीटर पेयजल वितरित किया जा रहा था।
राजपाल सिंह ने बताया कि सरकार ने ब्राह्मणी नदी को बनास नदी से जोड़कर पानी की आपूर्ति बढ़ाने एवं बीसलपुर बांध की ऊंचाई 1 मीटर बढ़ाने जा रही है। इससे अधिकाधिक लोगों को पेयजल का लाभ मिलेगा। आम जन को राहत देने के लिए 6 माह में 137 नए नलकूप, 185 किलोमीटर नई पाइप लाईन के कार्य, 9 नए क्षेत्रों को बीसलपुर पेयजल से लाभान्वित किया गया है। शीघ्र ही खो-नागोरियान, गोविंदपुरा, पृथ्वीराज नगर, जामड़ोली, निवारू रोड आदि क्षेत्रों को योजना का लाभ मिलेगा। आबादी क्षेत्रों में प्रतिदिन 2244 टैंकर ट्रिप्स के द्वारा जल वितरित किया जा रहा है।