जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने भाजपा के पारदर्शिता के दावे को खोखला बताया है।
पायलट ने बयान जारी कर कहा कि भाजपा ने लोकसभा व विधानसभा चुनावों के दौरान राजनीति में पारदर्शिता को बड़ा मुद्दा बनाया था। परन्तु सत्ता में आने के बाद भाजपा ने केन्द्र व राज्य में पारदर्शिता व जवाबदेही से दूरी बना ली। उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ा दुर्भाग्य है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री व मंत्रियों को सम्पत्ति की घोषणा करने की बात कही जाने के बावजूद प्रदेश की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री व मंत्रियों ने तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी अपनी सम्पत्ति का खुलासा नहीं किया है। पायलट ने कहा कि भाजपा ने शासन में आने के बाद गत् यूपीए सरकार द्वारा शासन व प्रशासन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए उठाये गये सभी कदमों को कमजोर किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार जब प्रदेश व देश में थी तब सभी मंत्रियों ने अपनी सम्पत्ति का ब्यौरा समयबद्ध तरीके से जारी किया था परन्तु भाजपा की सरकार बनने के बाद से सामान्य प्रशासन विभाग की वेबसाइट पर मुख्यमंत्री व मंत्रियों की सम्पत्ति से जुड़ी कोई जानकारी नहीं होना इस बात की सूचक है कि शासन में बैठे लोग खुद अपने पारदर्शिता के दावे की पोल खोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब सरकार में बैठे सत्ताधारी पार्टी के नेता अपारदर्शी होंगे तो प्रशासन से जवाबदेही की उम्मीद रखना बेमानी है। यही कारण है कि प्रदेश का हर विभाग भ्रष्टाचार में लिप्त है और जनहित के साथ निरन्तर समझौता हो रहा है।