जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव सुरेश मिश्रा ने कुछ फोटो जारी कर बताया कि भाजपा के कुछ नेताओं ने विजय संकल्प बाईक रैली में उल्टे सीधे तिरंगे पकड रखे थे और अपनी बाईकों और जीप पर बाध रखे है। सुरेश मिश्रा ने भाजपा की विजय संकल्प बाईक रैली को कटघरे में खडा करते हुये कहा है कि भाजपा द्वारा निकाली जा रही विजय संकल्प बाईक रैली में राश्ट्रीय ध्वज तिरंगे का बेजा इस्तेमाल किया है। देश में इस तिंरगे के लिये हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी जान की परवाह किये बिना कभी भी इसे झुकने नही दिया और इसकी आन-बान-शान के लिये अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया। लेकिन भाजपा के नेताओं द्वारा तिरंगें को झुकाना, लटकाना और उसका अपमान विजय संकल्प बाईक रैली में किया जा रहा है। मिश्रा ने कहा कि नेशनल फ्लेग कोड के अन्दर साफ कहा गया कि तिरंगे को किसी भी वाहन से नहीं बांधा जा सकता है, ना ही किसी और झण्डे के साथ, और ना ही राष्ट्र ध्वज के नीचे उसे रखा जा सकता है।
प्रदेश के सांसद और विधायक होते हुये भी इन नेताओं द्वारा इस प्रकार का आचरण कि व तिरंगें की उपयोगिता, सम्मान ही नहीं जानते और ना ही नेशनल फ्लेग कोड के नियमों की पालना कर रहे है तो ये कैसी विजय संकल्प बाईक रैली है ? मिश्रा ने बताया कि नवीन जिंदल केस में हर व्यक्ति को झण्डारोहण करने का अधिकार मिला है । लेकिन ये सब फ्लेग कोड के एक्ट के मुताबिक होना चाहिए।
सेक्शन -1 में 2.1 की सेकण्ड पैराग्राफ में लिखा गया कि The flag shall not be dipped in salute to any person or things. जो कि भाजपा द्वारा विजय संकल्प बाईक रैली में कार्यकर्ता ने राष्ट्रीय ध्वज को लटकाया मोटर साईकिल के आगे बांधा जो कि सरासर गलत है।
भाजपा कार्यकर्ताओें ने प्रतीक चिन्ह तिरंगे को अपने वाहनों पर बेतरकिब से बांधा और इसका बेजा स्तेमाल किया।
¼IX½ The flag shall not be draped over the hood, top, sides or back of a vehicle, train, boat or an aircraft. जब कि तिरंगे को यदि किसी वाहन पर लगाने का अधिकार है तो देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, राज्यपाल, लोकसभा अध्यक्ष, चीफ जस्टिस ऑफ इण्डिया इत्यादि को है। लेकिन यहां तो हर रोज बिजेपी के नेताओं ने तिरंगे का अपमान किया। साथ ही यातायात के नियमों कायदे कानूनों की धज्जियां उडाई है।
मिश्रा ने कहा कि देश के तिरंगे के अपमान का मुकदमा हम एक-दो दिन के अंदर न्यायालय में दर्ज करायेगें और विजय संकल्प बाईक रैली के नाम पर तिरंगे का अपमान करने वाले नेताओं के खिलाफ कानूनी लडाई लडेगें।