जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं जयपुर जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि संसदीय कार्यमंत्री राजेन्द्र राठौड़ अपनी असफलताओं को छुपाने के लिये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट पर जिस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं वो एक असफल संसदीय कार्यमंत्री को शोभा नहीं देती। संसदीय कार्यमंत्री राजेन्द्र राठौड़ यदि एक समझदार और कुशल संसदीय मंत्री होते तो इस तरह का भ्रष्ट लोकसेवकों को बचाने वाला कानून कभी भी विधानसभा के पटल पर नहीं लेकर आते। राज्य सरकार के अधिकारियों ने जो भारतीय संविधान की अवधारणा के विरूद्ध भ्रष्टाचार को बढ़ाने वाला लोकतंत्र विरोधी कानून विधानसभा में भेजा, उसे राठौड़ ने बिना पढ़े, बिना सोचे-समझे विधानसभा के पटल पर रख दिया। इस काले कानून के कारण भारतीय संविधान की धारा 19 और 14 का सीधा-सीधा उल्लंघन हुआ। प्रदेष और देश में भाजपा सरकार का मुंह काला हो गया और भाजपा का भ्रष्ट चेहरा पूरे देश के सामने आ गया।

खाचरियावास ने कहा कि राठौड़ ने पायलट के राजस्थान विधानसभा जाने पर उनके ऊपर जिस तरह की बयानबाजी की, वो अशोभनीय है। पायलट पिछले चार वर्ष से लगातार पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार के विरूद्ध संघर्ष कर रहे हैं। पूरी कांग्रेस पार्टी ने पायलट के नेतृत्व में जबरदस्त आंदोलन किया, उसी का परिणाम है कि भाजपा सरकार को काला कानून प्रवर समिति को वापिस भेजना पड़ा। खाचरियावास ने कहा कि जब तक काला कानून पूरी तरह से निरस्त नहीं कर दिया जायेगा, तब तक कांग्रेस पार्टी और प्रदेष की जनता चुप होने वाली नहीं हैं। काला कानून निरस्त होने तक प्रदेश में मुख्यमंत्री और मंत्री जहां भी जायेगें, उनका वहां पर जनता को साथ में लेकर विरोध किया जायेगा।

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