-मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपए की सहायता राशि देने के निर्देश
हरदा. मध्य प्रदेश के हरदा में पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट हो गया। हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई। कई घायलों की स्थिति गंभीर है। मौके पर मौजूद नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स मलबे में दबे लोगों को निकाल रही हैं। टीम जब जेसीबी से मलबा हटा रही थी इस दौरान एक और धमाका हो गया। जिला अस्पताल प्रबंधन के अनुसार 204 घायलों को अस्पताल लाया गया। इनमें 51 गंभीर घायलों को भोपाल, इंदौर और नर्मदापुरम रेफर किया गया है। पटाखों की यह फैक्ट्री हरदा शहर में ही मगरधा रोड पर बैरागढ़ गांव में है। धमाका मंगलवार सुबह करीब 11 बजे हुआ। धमाके की चपेट में आने से कई राहगीर वाहन समेत दूर उछल गए। धमाका इतना तेज था कि पूरे शहर में इसकी आवाज सुनाई दी। आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से देखा जा रहा था। करीब एक घंटे तक धमाके होते रहे। जानकारी मिली है कि फैक्ट्री के आसपास बने घरों में बारूद रखा था। धमाके के बाद 60 घरों में आग लग गई। एहतियातन 100 से ज्यादा घरों को खाली कराया गया है। हरदा के आसपास के 7 जिलों की फायर ब्रिगेड बुलाई गई हैं। आग लगने का कारण फिलहाल अज्ञात है। हरदा एसडीएम केसी परते ने कहा कि फैक्ट्री अनफिट थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पटाखा फैक्ट्री के मालिक राजेश अग्रवाल हादसे के बाद फरार हो गए थे। वे उज्जैन के रास्ते निकले और मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश और दिल्ली को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे से आगे बढ़ रहे थे। पुलिस ने मुखबिरों से मिली जानकारी के बाद मक्सी में दबिश दी, लेकिन अग्रवाल वहां से निकल चुके थे। इसके बाद एक टीम ने राजगढ़ जिले के सारंगपुर में हाईवे पर उन्हें पकड़ लिया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही के बाद हरदा जाएंगे। उन्होंने कहा कि घटना के जिम्मेदारों पर सख्त र्कारवाई होगी। किसी भी लापरवाह अफसरों को नहीं छोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंगलवार शाम को भोपाल के हमीदिया अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने इमरजेंसी विभाग में और आईसीयू में हरदा हादसे में घायल हुए लोगों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल पूछा। मुख्यमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने डॉक्टरों को घायलों के अच्छे से इलाज के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रालय में सभी कलेक्टर और कमिश्नर के साथ ऑनलाइन बैठक की। इसमें कलेक्टरों को जिले में संचालित पटाखा फैक्ट्री का संचालन लाइसेंस की शर्तों के अनुसार हो रहा है या नहीं? इसकी जांच करने के निर्देश दिए हैं। सभी कलेक्टर 24 घंटे में गृह विभाग को रिपोर्ट सौंपेंगे। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रालय में अफसरों के साथ बैठक ली। उन्होंने हरदा में पटाखा फैक्ट्री हादसे में घायल लोगों के इलाज के लिए हर संभव व्यवस्था करने के निर्देश दिए। सीएम ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की तत्काल सहायता देने के भी निर्देश दिए। हरदा में हुए विस्फोट के चलते कांग्रेस विधायक दल का डिनर कैंसिल कर दिया गया। मंगलवार को भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद होटल ताज में विधायकों का डिनर रखा गया था। मध्यप्रदेश के गृह विभाग ने हरदा में पटाखा फैक्ट्री हादसे की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई हैं। गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे इसके अध्यक्ष होंगे। इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने ज़िले के सभी एसडीएम को निर्देश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्र में पटाखा फैक्ट्रियों और गोदाम का निरीक्षण करें। सुरक्षा संबंधी सभी उपाय सुनिश्चित होने चाहिए। कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए हैं कि इन पटाखा फैक्ट्रियों और गोदामों की वैधानिकता भी सुनिश्चित होनी चाहिए। हादसे के बाद हरदा मार्केट बंद हो गया है। व्यापारी ने हादसे पर दुख जताते हुए अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए हैं। 50 से ज्यादा एंबुलेंस अभी भी मौके पर मौजूद हैं। कई शव कंकाल में बदल गए हैं। कुछ शव मलबे से चिपके हुए हैं। अभी भी आग सुलग रही है। आग बुझाने में 25 से ज्यादा दमकल लगी हुई हैं। जिला प्रशासन हरदा ने बैरागढ़ स्थित पटाखा फैक्ट्री में हुए हादसे को लेकर किसी भी प्रकार की सहायता के लिए एसडीएम हरदा केसी परते का मो. नंबर 9425042250, तहसीलदार हरदा लवीना घाघरे का मो. नंबर 7509756213 जारी किया है। इन नंबरों पर सहायता के लिए संपर्क कर सकते हैं। राजस्व निरीक्षक पंकज खत्री से 8770162348, पटवारी झनकलाल पंवार से 9746489702 और पटवारी उदयसिंह उइके से 9977360806 पर भी संपर्क किया जा सकता है। फैक्ट्री में मौजूद मजदूर रुखसार ने बताया कि हम अंदर काम कर रहे थे। शटर लगा हुआ था। अचानक धमाके की आवाज आई, जैसे कुछ फूटा हो। फिर सब लोग चिल्लाने लगे भागो-भागो.. भगदड़ मच गई फिर हम भागने लगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का छिंदवाड़ा दौरा स्थगित कर दिया गया। उन्होंने X पर लिखा- हरदा की पटाखा फैक्ट्री में हुई आगजनी की घटना हृदय विदारक है। इस घटना की गंभीरता के दृष्टिगत, इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। मैंने आज छिंदवाड़ा जिले के अहरवाड़ा गांव का रात्रि प्रवास कार्यक्रम स्थगित किया है। हम आगजनी की घटना के दोषियों को नहीं छोड़ेंगे। राज्य सरकार दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगी। राहत कार्य और घायलों को उपचार प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है। हरदा की तहसीलदार लवीना घागरे ने बताया कि यह फैक्ट्री सालों से संचालित थी। इसकी पूर्व में हुई शिकायत के बाद जांच भी हुई थी और सील भी किया गया था। यह फैक्ट्री पट्टे की जमीन पर संचालित थी। जिसके मालिक राजेश अग्रवाल राजू, सोमेश अग्रवाल सोमू और प्रदीप अग्रवाल हैं। घागरे के मुताबिक उनके पहले पदस्थ रहे अफसर ने फैक्ट्री सील कर दी थी। इसके बाद राजेश, सोमेश और प्रदीप हाईकोर्ट चले गए थे। इसके बाद एसडीएम को इस मामले में प्रस्तुतकर्ता अधिकारी बनाया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स में 11 लोगों की मौत बताई जा रही है। हरदा के सीएमएचओ डॉ. एचपी सिंह ने बताया कि पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण हादसे में 9 लोगों की मौत पुष्टि हो चुकी है। मृतकों में पांच पुरुष एवं चार महिलाएं है। एक महिला और एक पुरुष की पहचान नहीं हो पाई है। हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने पीएमओ के ट्विटर हैंडल पर लिखा मध्य प्रदेश के हरदा में एक पटाखा फैक्ट्री में दुर्घटना के कारण हुई लोगों की मृत्यु से व्यथित हूं। उन सभी के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। जो घायल हुए हैं वे जल्द से जल्द ठीक हों। स्थानीय प्रशासन सभी प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है। मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपए दिए जाएंगे। घायलों को 50 हजार रुपए एक लाख रुपए दिए जाएंगे।

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