-हिट एंड रन कानून के खिलाफ 8 राज्यों में हड़ताल
अजमेर। केंद्र सरकार के हिट एंड रन कानून के खिलाफ अजमेर सहित भीलवाड़ा में भी बस ऑपरेटरों ने सोमवार सुबह से रोडवेज बस स्टैंड पर चक्का जाम किया है। इधर, किशनगढ़ अजमेर और अजमेर-जयपुर मार्ग पर ट्रक चालकों व निजी बस एसोसिएशन के बैनर तले बड़ी संख्या में चालक परिचालकों ने ट्रक, रोडवेज़ व प्राइवेट बसों को रोका है। सड़कों पर आड़े ट्रक लगाकर जाम कर दिया है। जगह-जगह रोडवेज बस स्टैंड पर जाम के बीच बस संचालकों और पुलिस के बीच गहमागहमी भी हुई है। जानकारी के अनुसार भीलवाड़ा रोडवेज बस स्टैंड पर भी चालकों ने चक्का जाम कर दिया। चालकों के विरुद्ध लाए गए कानून के खिलाफ बस चालकों में भारी गुस्सा है। सोमवार सुबह निजी बस चालकों व कर्मचारियों ने रोडवेज बस स्टैंड पर इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन किया। राजस्थान रोडवेज की भीलवाड़ा डिपो से जाने वाली बसों को अपने तय रूट पर जाने से रोक दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में मौजूद कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। चक्काजाम से रोडवेज यात्रियों को मुसीबत का सामना करना पड़ा। नए कानून को लेकर ट्रक चालकों में पनप रहे रोष के कारण सोमवार को अजमेर के नसीराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48 पर ट्रक चालकों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय राजमार्ग झडवासा के निकट ट्रक चालकों ने लंबा जाम लगा दिया। पुलिस प्रशासन मौके पर कर समझाइश की किन्तु वह कोई असर नहीं डाल सकी सड़क के दोनों और वाहनों की लगी लंबी कतारे लगने लगी। इस दौरान 8 राज्यों मध्यप्रदेश, राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़, यूपी, उत्तराखंड, पंजाब और गुजरात में बस और ट्रक ड्राइवर हड़ताल पर रहे। बता दें कि भारतीय न्याय संहिता 2023 में हुए संशोधन के बाद हिट एंड रन के मामलों में दोषी ड्राइवर पर 7 लाख रुपए तक का जुर्माना और 10 साल तक कैद का प्रावधान है। मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य शहरों में बसें नहीं चलीं। जबकि राजस्थान में आधे दिन प्राइवेट गाड़ियां नहीं चलीं। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में ट्रक ड्राइवरों ने सड़क पर वाहन खड़े कर टायरों में आग लगा दी। बिहार की राजधानी पटना समेत राज्य के कई जिलों में भी ड्राइवरों ने प्रदर्शन किया। वहीं उत्तराखंड, पंजाब और यूपी में ट्रक ड्राइवरों ने चक्का जाम किया। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने हिट एंड रन कानून को सख्त बनाने का विरोध किया है। संगठन के आह्वान पर ही चक्का जाम और हड़ताल शुरू हुई है। एआईएमटीसी की अगली बैठक 10 जनवरी को होगी। इसमें फैसला लिया जाएगा कि अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है, तो किस तरह से सरकार के सामने अपना पक्ष रखा जाए। एआईएमटीसी के अध्यक्ष अमृत मदान ने कहा कि हिट एंड रन कानून के पीछे सरकार का इरादा अच्छा है, लेकिन प्रस्तावित कानून में कई खामियां हैं। इन पर दोबारा सोचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा योगदान परिवहन क्षेत्र और ट्रक चालकों का है। भारत इस समय वाहन चालकों की कमी से जूझ रहा है, लेकिन सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। ऐसे में 10 साल की सजा के प्रावधान के बाद अब ट्रक ड्राइवर नौकरी छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। इस हड़ताल का आम आदमी पर सीधा असर देखने को मिलेगा। ट्रकों की हड़ताल होने से दूध, सब्जी और फलों की आवक नहीं होगी और कीमतों पर इसका सीधा असर देखने को मिलेगा। वहीं, पेट्रोल-डीजल की सप्लाई रुक जाएगी, जिससे लोकल ट्रांसपोर्ट और आम लोगों को आवाजाही में दिक्कत होगी।
– हिट एंड रन कानून के विरोध में मुहाना मंडी में कारोबार बंद रहा
नए हिट एंड रन कानून के विरोध में सोमवार को राजस्थान में विरोध शुरू हो गया। प्रदेश में ट्रक और ट्रेलर एसोसिएशन के साथ प्राइवेट बस ऑपरेटर्स भी हड़ताल पर उतर आए है। वहीं एहतियात के तौर पर रोडवेज बसों का संचालन बंद रहा। अलवर, अजमेर, जयपुर, भीलवाड़ा समेत अलग-अलग जिलों में इस कानून को लेकर विरोध किया गया और चक्का जाम किया। चक्का जाम के चलते जयपुर की मुहाना मंडी में भी कारोबार बंद रहा। व्यापारियों ने बताया कि अलग-अलग राज्यों से आने वाली सब्जियां और फ्रूट मंडी तक नहीं पहुंच पाए। अजमेर और जालोर में भी ट्रक ऑपरेटर्स की ओर से भी कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया गया और कानून में संशोधन की मांग की गई। इस कानून के विरोध में लोक परिवहन और ट्रक ड्राइवर हड़ताल पर उतर आए हैं। चंदवाजी और दौसा में ड्राइवरों की ओर से हाईवे को जाम किया गया। हड़ताल को देखते हुए अलवर और मत्स्य नगर डिपो से रोडवेज बसों का संचालन बंद कर दिया गया। मत्स्य नगर डिपो मैनेजर यश प्रधान का कहना है कि सोमवार को 100 से ज्यादा रोडवेज बसों का संचालन नहीं हो पाया। इसकी जानकारी मुख्यालय को भी दे दी है। भीलवाड़ा में भी इसका असर देखने को मिला। यहां आंदोलनकारियों ने रोडवेज और लोक परिवहन की बसों को रोका। इससे पूर्व ड्राइवर रोडवेज बस स्टैंड पर पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान भीलवाड़ा डिपो से कोटा, अजमेर, बांसवाड़ा, जयपुर, बीकानेर, भरतपुर जाने वाली बसों को रोक दिया गया। अधिकारियों के अनुसार इस हड़ताल से 90 से ज्यादा रोडवेज बसें प्रभावित हुईं। इसके बाद भीलवाड़ा गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन, भीलवाड़ा जिला निजी बस एसोसिएशन और ऑल ड्राइवर कल्याण संघ की ओर से कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया। भरतपुर में रोडवेज बस और टैक्सी ड्राइवर ने हड़ताल शुरू कर दी है। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ा। हड़ताल का असर मुहाना मंडी में भी देखने को मिला। सब्जी और फ्रूट मंडी तक सामान तक नहीं पहुंच पाया। हाईवे के बीच ट्रकों को खड़ा कर दिया गया है। फल विक्रेता संघ मुहाना मंडी जयपुर के मंत्री कैलाश फाटक ने बताया कि सोमवार को मंडी में व्यापार 50 प्रतिशत तक प्रभावित रहा है। ट्रांसपोर्ट हड़ताल के कारण मंडी से खरीदार बिना कुछ लिए ही लौट गए। उन्होंने बताया कि यदि ऐसा ही रहा तो आने वाले दिनों में इसका असर देखने को मिलेगा और सप्लाई प्रभावित होगी।

LEAVE A REPLY