जयपुर। भारतीय जनता पार्टी जयपुर शहर द्वारा पण्डित दीनदयाल उपाध्याय विस्तारक योजना के तहत आज सुबह गुलाब विहार श्योपुर रोड़ पर सांगानेर व बगरू के विस्तारकों का अभ्यास वर्ग हुआ एवं सांय सेवा सदन आदर्श नगर पर मालवीय नगर व आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्रों के विस्तारको का अभ्यास वर्ग हुआ। शहर भाजपा के महामंत्री नरेश शर्मा ने बताया कि सभी वर्गो मे चार विषयों पर कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन पार्टी के नेता कर रहें है। इन विषयों को बूथ स्थर पर ले जाकर आम जन तक पहुंचाने की कार्य योजना बनाई जा रही हैं। प0 दीनदयाल उपाध्याय कार्य विस्तारक योजना पर पार्टी के वरिष्ठ नेता मदन लाल सैनी ने प्रकाश डालते हुए कार्य योजना साथ-साथ दीनदयाल जी के जीवन व आदर्शो पर विस्तार से प्रकाश डाला की किस प्रकार से उनके बताए मार्ग के अनुसार पार्टी की सरकारें समाज के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को ध्यान मे रख कर योजनाएं बनाती है। उनका लाभ पात्र व्यक्तियों को पहुंचाने के लिए कार्य करने की आवश्यकताहै। भाजपा इतिहास एवं विकास पर पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेन्द्र गहलोत ने भारतीय जनसंघ से लेकर आज तक के पार्टी के उतार चढ़ाव के कठिन सफर पर विस्तार डालते हुए पार्टी को विश्व के सबसे बड़े राजनैतिक दल के रूप में स्थाई रूप से स्थापित करने के लिए कार्य करने का आह्वान किया। बूथ संरचना एवं चुनाव प्रबन्धन पर राजस्थान सरकार के केबिनेट मंत्री अरूण चतुर्वेदी ने बूथ ईकाई की महत्वता को बताते हुए बूथ समिति के कार्यो पर प्रकाश डालते हुए चुनाव प्रबन्धन बूथ से लेकर उपर तक किस प्रकार हो उस पर विस्तार से प्रकाश डाला। जयपुर सांसद रामचरण बोहरा ने केन्द्र व राजस्थान सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं पर विस्तार से बताते हुए कहा की दोनों सरकारों ने जनता से किए हर वादे को पुरा किया है और इन योजनाओं का लाभ समाज के हर तबके को मिले इस हेतु बूथ के कार्यकर्ताओं को कार्य करने की आवश्यकता है। विस्तारक अभ्यास वर्ग की प्रस्तावना शहर भाजपा के अध्यक्ष संजय जैन ने रखते हुए बूथ विस्तारकों के करणीय कार्य जो उन्हें बूथ ईकाई के साथ 15 दिवस तक करने है पर बताते हुए कहा की विस्तारक पार्टी के संगठनात्मक ढ़ाचे की महत्वपूर्ण कढ़ी है। जिसे संगठन की सबसे जिम्मेदार इकाई जिसके उपर चुनाव को जितने की सबसे अहम जिम्मेदारी होती है के साथ कार्य करते हुए उसे दुरस्त करने की जिम्मेदारी है। हमें इन्हीं ईकाईयों के माध्यम से मिशन 180 के लक्ष्य को प्राप्त करना है। कार्यक्रम मे आज महाराणा प्रताप जयन्ती पर महारणा प्रताप के चित्र पर भी वक्ताओं द्वारा माल्यपर्ण कर उनके सिद्धान्तों को व पराक्रम को स्मरर्ण किया गया।