नई दिल्ली। बीएस-3 वाहनों की बिक्री पर एक अप्रेल से रोक संबंधित आदेशों ने देश के लाखों लोगों को कम कीमत पर वाहन उपलब्ध कराने का सुख प्रदान कर दिया। नोटबंदी के बाद जिन वाहन शोरुमों पर ग्राहक ढूंढऩे से भी नहीं मिल रहे थे। वहां कोर्ट के आदेश जारी करने के साथ ग्राहक उमड़ पड़े। हालात यह रहे कि अधिकतर वाहन शोरुमस पर शुक्रवार को दोपहर होते-होते स्टॉक खत्म होने की सूचना चस्पा करनी पड़ी। बाजार में अब तक वाहनों की जो कीमत थी, उससे दुपहिया वाहन 25 हजार और चौपहिया वाहन एक से 1.50 लाख रुपए तक कम कीमत में बिके। जिसे इन शोरुमों पर दीवाली सरीखी रौनक देखने को मिली। हालात यह रहे कि लोग हाथो में पैसा लिए वाहनों पर अपना हक जताने की गरज से पकड़ेखड़े रहे। ताकि कोई दूसरा वाहन न ले जाए। पहली बार इतना भारी डिस्काउंट देख लोग जहां गुरुवार को बाजार में थे, शुक्रवार की सुबह होने के साथ ही एक बार फिर डीलर्स के यहां दौड़ते नजर आए। वाहन डीलर्स की माने तो एक कार जो चैन्नई स्थित कार निर्माता कंपनी से देश के अन्य राज्यों में डीलर्स के यहां जाती है। उस पर 32 से अधिक तो दोपहिया में 2 हजार रुपए का खर्चा आता है। ऐसे में यदि बीएस-3 मानक वाले वाहनों को डीलर्स वापस कंपनी भेजता है तो उसका खर्चा दोगुना हो जाता है। ऐसे में कंपनी ने इन वाहनों को डिस्काउंट देकर बेचने का ऑफर दे दिया। अब ये वाहन एक अप्रेल से बिक नहीं पाएंगे। वहीं 31 मार्च तक जो वाहन खरीदे गए, उनका रजिस्ट्रेशन एक अप्रेल के बाद भी हो सकेगा।
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