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मुंबई : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार के बजट सुधारों से एक नई कार्यसंस्कृति का सृजन हुआ है जिससे देश की सामाजिक- आर्थिक तस्वीर बदल रही है मोदी ने आज यहां उपनगरीय इलाके बांद्रा में ‘मैग्नेटिक महाराष्ट्र निवेशक शिखर सम्मेलन’ का उद्घाटन करने के बाद कहा कि बजट केवल आवंटन तक ही सीमित नहीं है बल्कि उसका ध्यान परिणाम पर भी केंद्रित है।

वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा आखिरी पूर्ण बजट पेश किये जाने के कुछ दिन बाद मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के चारों बजट जरुरतमंदों के उत्थान पर केंद्रित थे उन्होंने कहा, ‘‘अब हमारा देश नीति आधारित है, शासन प्रदर्शन आधारित है, सरकार जवाबदेह है, लोकतंत्र भागीदारी आधारित है। हम पारदर्शी व्यवस्था को नये भारत का हिस्सा बना रहे हैं।’’

प्रधानमंत्री ले कहा, ‘‘हम शासन को उस स्तर तक ले गये जहां सरकार का दखल कम से कम है। कोई देश तब तरक्की करता है जब समग्र दृष्टिकोण हो तथा वह दृष्टिकोण समावेशी एवं व्यापक हो। ’’ बजट सुधारों के संबंध में उन्होंने कहा कि रेल बजट का विलय, योजना और गैर योजना व्ययों के बीच की कृत्रिम दीवार हटाना, बजट की तारीख पहले करना जैसे बदलावों से संसाधनों को विभागों तक समय से पहले पहुंचने तथा मानसून का असर कम करने में मदद मिली है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारा ध्यान विकास-नीतियों पर आधारित बजट पर है। पिछले तीन चार सालों में बजट सुधार और सोच में बदलाव से एक नई कार्यसंस्कृति विकसित हो रही है और सामाजिक-आर्थिक जीवन में बदलाव भी आ रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम व्यवधान और नाराजगी के बीच भी काम कर रहे हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े तीन साल के दौरान, सरकार ने दुनिया के आर्थिक घटनाक्रमों से प्रभावित होने वाली पांच उभरती अर्थव्यवस्थाओं से आगे ले जाकर देश को 50 खरब डालर जीडीपी वाली अर्थव्यवस्था बनने की तरफ उन्मुख किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पूरा यकीन है कि महाराष्ट्र देश में 10 खरब डालर की अर्थव्यवस्था वाला पहला राज्य बनेगा। महाराष्ट्र का विकास देश में बदलाव का प्रतिनिधित्व करता है।’’ उन्होंने कहा कि किसी भी देश की प्रगति केवल तब होती है जब वहां सभी कार्य समावेशिता के लिए हो रहे हों। मोदी ने कहा, ‘‘क्षमता, नीति, योजना और कार्य प्रदर्शन से ही प्रगति होती है।’’ उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले साढे़ तीन साल में 1,400 से अधिक कानूनों को निरस्त किया है और नये कानून बनाये जा रहे हैं। नये कानून बनाते समय चीजों को जटिल नहीं बल्कि सरल रखने पर ध्यान दिया गया है।

निवेश के बारे में उन्होंने कहा कि निवेश आकर्षित करने के लिये राज्यों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हो रही है। उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात से जो कुछ शुरू हुआ है वह अब पूरे देश में दिखने लगा है। मैं कारोबार सुगमता और निवेशकों के लिये सरल उपायों को लेकर महाराष्ट्र सरकार द्वारा किये गये काम के लिये उनकी सराहना करता हूं।’’ मोदी ने कहा कि मुंबई और नागपुर के बीच बनाये गये समृद्धि गलियारे से कृषि और कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। केन्द्र के प्रयासों के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘हम बड़ी ग्राम पंचायतों में 1.5 लाख स्वास्थ्य देखभाल केन्द्र बनायेंगे।’’

मोदी ने यह भी कहा कि सूक्ष्म एवं लघु ऋण उपलब्ध कराने की मुद्रा योजना के तहत 10.5 करोड़ लोगों के आवेदन स्वीकार किये गये और 4.60 लाख करोड़ रुपये के ऋण लघु उद्यमियों को वितरित किये गये।’’ प्रधानमंत्री ने इससे पहले जवाहरलाल नेहरू पत्तन न्यास में चौथे चरण के कंटेनर टर्मिनल के पहले चरण का भी उद्घाटन किया। इस टर्मिनल को 7,900 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया। मोदी ने नवी मुंबई में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पहले चरण की भी आधारशिला रखी। इस पर 16,700 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।

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