नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र आज मंगलवार से शुरु हुआ। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के साथ सत्र की शुरुआत हुई। मुखर्जी ने कहा कि केन्द्र सरकार देश के किसानों की आर्थिक स्थिति को और मजबूत करने के लिये विशेष ध्यान दे रही है और खेती के विकास के लिए अनेक योजनाओं शुरू की गई है। 2016 में मानसून अच्छा रहने से खरीद फ सल की पैदावार में बढोतरी हुई। रबी की बुआई भी पिछले साल की तुलना में छह प्रतिशत अधिक भूमि पर हुई है। सबका साथ सबका विकास पर जोर देते हुए गरीबों, दलितों, शोषितों और वंचितों के कल्याण को सरकार की नीतियों का प्रमुख केन्द्र बिंदु बताया है। मुखर्जी ने कहा कि नोटबंदी ने काला धन, भ्रष्टाचार, जाली मुद्रा और आतंकी संगठनों को फंडिंग जैसी बुराइयों को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रणव मुखर्जी ने विधानसभा और लोकसभा के चुनाव एक साथ कराए जाने पर जोर दिया। साथ ही आतंकवाद और नक्सलवाद से लडऩे के सरकार के संकल्प को भी व्यक्त किया। स्वतंत्र भारत में पहली बार बजट सत्र को अपने निर्धारित समय से पहले लाया गया है और आम बजट के साथ रेल बजट को भी पेश किया जा रहा है। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भरोसा व्यक्त किया है कि आज से शुरू हुए संसद के बजट सत्र के दौरान सार्थक और जनहित में चर्चा होगी। मोदी ने संसद भवन परिसर में बजट सत्र शुरू होने से पहले एक बयान में कहा कि संसद का कामकाज सुचारू रूप से चलाने के लिए पिछले दिनों सभी राजनीतिक दलों के साथ सामूहिक और व्यक्तिगत तौर पर लगातार चर्चा की गई है। संसद की कार्यवाही सुचारू रुप से चलने की उम्मीद जताते हुए उन्होंने कहा, सत्र का सर्वाधिक उपयोग जनहित के लिए हो, सार्थक चर्चा हो। बजट की भी बारीकी से चर्चा हो।