नई दिल्ली। सोशल ट्रेड बिजनेस के नाम पर 37 अरब लोगों से ऐंठने वाली सोशल ट्रेड कंपनी अब्लेज इन्फ्रो सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक और सीईओ अनुभव मित्तल व दूसरे कर्ताधर्ताओं ने भारत में ही विदेश में भी इस धंधे को फैला रखा था। कंपनी संचालक अनुभव मित्तल व दूसरे लोगों की गिरफ्तारी के खबरें मीडिया और सोशल मीडिया में आने के बाद अब देश भर से पुलिस व दूसरे जांच एजेंसियों को शिकायतें दी जा रही है, वहीं नाइजीरिया से भी कंपनी में मोटा पैसा लगा रखे निवेशकों ने यूपी एसटीएफ से संपर्क साधा है। करीब एक दर्जन से अधिक लोगों ने फोन और ई-मेल के माध्यम से कंपनी के फर्जीवाडे की शिकायतें एसटीएफ को की है। एसटीएफ पश्चिमी यूपी के एएसपी राजीव नारायण मिश्र के मुताबिक एक नाइजीरियन नागरिक ने फोन करके कंपनी के फर्जीवाडे और नाइजीरिया में भी बड़ी संख्या में निवेशक होने की जानकारी दी है। ऐसी कुछ ओर भी शिकायतें आई है। इन शिकायतों के बाद एसटीएफ ने कंपनी के बैंक अकाउंट और डाटा की जांच आईटी और साइबर एक्सपर्ट से करवा रही है। शनिवार को जयपुर, बीकानेर और राजस्थान के दूसरे शहरों के अलावा दिल्ली, एनसीआर के लोगों ने भी एसटीएफ से संपर्क किया है और कंपनी द्वारा की गई धोखाधड़ी से अवगत कराया है। कुछ ने लिखित शिकायतें भी दी है। कंपनी की धोखाधड़ी के बारे में एसटीएफ ने इसकी जानकारी आयकर विभाग, डीआरआई, मिनिस्ट्री ऑफ कार्पोरेट अफेयर सहित अन्य जांच एजेंसियों को दी है। आयकर विभाग की टीमें बैंक खाते की पूरी चेन की पड़ताल कर रही है कि पैसे कहां से आया और कहां जमा हुआ। उधर, फर्जीवाडा सामने आने के बाद नोएडा स्थित कंपनी कार्यालय पर देशभर से एजेंट और निवेशक पहुंच रहे हैं। कंपनी के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया है।

– ई-मेल से कर सकते हैं शिकायतें

एएसपी मिश्र ने बताया कि कंपनी के संंबंध में लोग सीधे यूपी एसटीएफ को ई-मेल से अपनी शिकायतें भेज सकते हैं। इन शिकायतों को भी जांच में शामिल कर लिया जाएगा। जांच के बाद पीडि़त लोगों के मोबाइल नंबर का डाटा बनाकर इस केस की जांच के संबंध में पीडितो को जानकारी दी जाएगी। पुलिस उस वीडियो को भी जांच के दायरे में ले लिया है, जिसमें गिरफ्तारी के दौरान अनुभव मित्तल ने एक बयान जारी किया है और यह वीडियो फिर निवेशकों तक पहुंचाया गया है। गौरतलब है कि कंपनी ने अगस्त 2015 में सोशल ट्रेड डॉट बिज नाम से ऑन लाइन पोर्टल बनाकर लोगों को झांसा दे रहा था। पोर्टल से जुडने के लिए 5750 से 57 हजार 500 रुपये तक की चार स्कीम चला रखी थी। निवेशकों को भरोसा दे रखा था कि उनके निवेशक एक साल में दुगुना तिगुना होगा और ऑन लाइन पोर्टल पर पेज लाइक करने पर प्रत्येक लाइक पर पांच रुपये मिलेंगे। कंपनी देशभर में अपने एजेंटों के माध्यम से लोगों को इस स्कीम से जोडऩे के काम पर लगा रखा था। अभी तक कंपनी के खातों और आरोपियों की पूछताछ में सामने आया है कि बड़ी संख्या में निवेशक को पैसे नहीं मिलते थे। कंपनी के चार बैंक खातों में करीब पांच सौ करोड़ रुपए की राशि मिली है। इन्हें फ्रीज कर दिया है, साथ ही एसटीएफ अब उन खातों पर नजर रखे हुए हैं, जिन्हें कंपनी से लाखों रुपए का भुगतान हुआ है।

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