जयपुर. सीएम भजनलाल शर्मा के मंत्रिमंडल में शामिल चार मंत्रियों ने सोमवार को पदभार ग्रहण किया। कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, अविनाश गहलोत और जोगाराम पटेल ने नए साल के पहले दिन सचिवालय में पदभार संभाल लिया है। इस दौरान तीनों का परिवार भी साथ में मौजूद रहा। राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने भी पदभार संभाला। सचिवालय में मंत्रियों और उनके स्टाफ के लिए मुख्य भवन और मंत्रालय भवन में ऑफिस पहले ही अलॉट कर दिए गए हैं। पदभार ग्रहण करके राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा प्रदेश में राम राज्य की स्थापना करेंगे। भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएंगे। विकसित भारत का संकल्प हम पूरा करेंगे। जनता ने सेवा के लिए बड़ी जिम्मेदारी दी है। उन्होंने कहा पीएम मोदी और सीएम भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में पूरे दमखम से राजस्थान का उत्थान करेंगे। विभाग को लेकर कहा- कोई भी विभाग मिले, मिलकर काम करेंगे। मैं प्रवक्ता हूं, हमेशा मुखर रहूंगा। भजनलाल शर्मा के मंत्रिमंडल में शामिल 22 में से 5 मंत्रियों को मुख्य भवन में ऑफिस अलॉट हुआ है। वहीं, शेष 17 मंत्रियों को मंत्रालय भवन में ऑफिस मिला है। दिलचस्प बात यह है कि मंत्रिमंडल के सबसे वरिष्ठ मंत्री किरोड़ीलाल मीणा को मुख्य भवन में ऑफिस अलॉट नहीं हुआ। जोगाराम पटेल ने मंत्री पद देने के लिए शीर्ष और प्रदेश नेतृत्व का आभार जताया। उन्होंने कहा एक छोटे से कार्यकर्ता को जो जिम्मेदारी दी गई है। उसे पूरी निष्ठा से निभाऊंगा। उन्होंने कहा हमें राजस्थान को अपराध और भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाना है। इस प्राथमिकता को लेकर सीएम भजनलाल शर्मा ने कार्य करना भी शुरू कर दिया हैं। अपराधियों में भय पैदा करने के लिए उन्होंने पुलिस के माध्यम से अपराधियों की धड़ पकड़ करना शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को पूरे देश में दीपावली मनाई जाएगी। राम मंदिर बनना कोई छोटी मोटी घटना नहीं है। यह विश्व की बड़ी घटना में से एक है। इस दिन हम घर-घर में दीपावली मनाएंगे। उन्होंने कहा कि इस दिन वे अपनी विधानसभा में एक लाख दीये जलाएंगे। राज्यमंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद जवाहर सिंह बेढ़म ने कहा आज केवल ऑफिस जॉइन किया है। पदभार तो विभाग आवंटन के बाद करेंगे। उन्होंने कहा हमारी प्राथमिकता वही है। जो सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा राजस्थान में जिस तरह से पेपर लीक और तुष्टीकरण की घटनाएं बढ़ी थीं। उस पर लगाम लगाते हुए हमारी सरकार सुशासन स्थापित करने का काम कर रही है। सीएम के स्तर पर लगातार इसकी मॉनिटरिंग हो रही है। विभाग में रुचि को लेकर उन्होंने कहा- मेरी रुचि आम जनता के भलाई के काम करने में है। जो विभाग मुख्यमंत्री देंगे। उसमें काम करेंगे। पदभार ग्रहण करने के बाद कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा- पीएम मोदी के विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए पहले हमें राजस्थान को विकसित प्रदेश बनाना होगा। उन्होंने कहा- जब तक मैं इस पद पर हूं। तब तक मेरी कलम से राजस्थान के विकास के लिए काम करूंगा। मेरी कलम से कभी आमजन का कोई नुकसान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मेरे जैसे छोटे से कार्यकर्ता पर जो विश्वास पीएम मोदी और सीएम भजनलाल शर्मा ने जताया है। उस भरोसे को मैं कायम रखूंगा। दरअसल, सचिवालय की मैन बिल्डिंग (मुख्य भवन) को सचिवालय का प्रतीक माना जाता है। सचिवालय की पहचान इसी भवन से है। ऐसे में उप मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री इसी भवन में अपना ऑफिस रखना पसंद करते हैं। पिछली गहलोत सरकार में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का भी दफ्तर इसी बिल्डिंग में था। वहीं, कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, महेश जोशी सहित कई बड़े मंत्रियों के दफ्तर इसी भवन में थे। इस समय सरकार में दोनों उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा के ऑफिस भी मुख्य भवन में ही है। वहीं, अब कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, हेमंत मीणा, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार संजय शर्मा और सुरेंद्र पाल टीटी को मुख्य भवन में ऑफिस अलॉट हुआ हैं। शेष सभी मंत्रियों को मंत्रालय भवन में ऑफिस अलॉट हुए हैं।

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