– मुफ्त परामर्श के लिए उमड़ी भीड़, विभिन्न सत्रों में हुआ मंथन
जयपुर. इस शहर में हर शख्स परेशान सा क्यूं है? कोई नौकरी के लिए भटक रहा तो किसी को घर में वास्तु की चिंता, कोई पारिवारिक तनाव या धंधे से परेशां। हर कोई उपाय चाहता है। ऐसे ही परेशान लोगों के शंका समाधान के लिए गुलाबी नगरी, जयपुर में शनिवार से ज्योतिषियों का दो दिन का महाकुंभ लगा। कोई टैरो कार्ड से तो कोई अंकों की गणित से तो कोई जन्म कुंडली से लोगों का मुफ्त में भविष्य बताने में लगे थे। खास आकर्षण ज्योतिष के क्षेत्र में अत्याधुनिक ओरास्केनर यंत्र और हार्मोनाइजर मशीन थे। मशीनों से भविष्य और ग्रह दशा बताई जा रही थी। अखिल भारतीय प्राच्य ज्योतिष शोध संस्थान की की ओर से शास्त्री नगर स्थित क्षेत्रीय विज्ञान केन्द्र, विज्ञान पार्क में 12 व 13 अगस्त के दो दिन के अन्तरराष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन में पहले दिन मुफ्त परामर्श सत्र में 150 से अधिक नामीगिरामी ज्योतिषियों ने आमजन की हर समस्या का समाधान बताया। इसके लिए आयोजन स्थल पर खासी भीड़ उमड़ी। सम्मेलन की शुरुआत शनिवार को सुबह 10 बजे दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि सालासर धाम के विद्वान पूजारी नरोत्तम पुजारी, गलतापीठाधीश्वर अवधेशाचार्य, जंतर-मंतर की अधीक्षक शशी प्रभा, डॉ. श्याम लाल श्रीमाली, पंडित चंद्रशेखर शर्मा थे। सम्मेलन के सत्र में कोच्ची के डॉ. के. दिवाकरण ने बताया कि ग्रहों की स्थिति या महादशा से पता चल जाता है की व्यक्ति को कौनसी बीमारी है और क्या निदान संभव है।
मेडिकल साइंस यादि ज्योतिष को साथ लेकर चले तो बीमारियों का निदान आसान हो सकता है। नासिक के उमेश यशवंत ने ज्योतिष एवं आध्यात्म के बीच संबंध, मनीषा ने अंकों के महत्व और उसके आधार पर मानव व्यवहार के बारे में बताया। भुवनेश्वर के शुभेन्द्रु कुमार दास, ओडीसा के सुदर्शन गोयनका ने ज्योतिष और ग्रह दशाओं के बारे में जानकारी दी। डॉ. लता श्रीमाली, भास्कर श्रोत्रिय, शुभेष शर्मन, डॉ. मृत्युंजय दाश, लुधियाना के शेलेन्द्र गोयल, गुजरात के केतन तलसानिया, भिवाड़ी की बबिता, हरियाणा के धीरज ग्रोवर, आसाम के विकास तिवारी आदि ने भी ज्योतिष और इससे जुड़ी विधाओं में नवाचारों के बारे में बताया और संबंधित विषयों पर पत्रवाचन किया। कार्यक्रम संयोजक डॉ. रवि शर्मा व सीमा गुप्ता ने बताया कि निशुल्क परामर्श सत्र में ज्योतिषियों ने वास्तु, फलित ज्योतिष. अंक ज्योतिष, रमल, टैरो कार्ड, हीलिंग, सामुदायिक शास्त्र, स्वर विज्ञान, मोबाइल नंबर की ज्योतिष आदि पर परामर्श व सरल उपाय बताए। उन्होंने बताया कि रविवार को सम्मेलन के अंतिम दिन विद्वानों का सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा।