नई दिल्ली। सीबीआई ने शिकायतकर्ता से 25,000 की रिश्वत की मॉंग एवं स्वीकार करने पर दोरान्दा डाक घर, रॉंची के सहायक डाक अधीक्षक और ग्रामीण डाक सेवक को गिरफ्तार किया। ग्रामीण डाक सेवक हेतु भर्ती के बदले में कुल 6 लाख रू. रिश्वत में से 25,000 रू. की आंशिक रिश्वत की मॉंग पर दोरान्?दा डाक घर, रॉंची के सहायक डाक अधीक्षक एवं ग्रामीण डाक सेवक, गॉंधीग्राम, जिला गोड्डा (झारखण्ड) के विरूद्ध शिकायत पर मामला दर्ज हुआ। ऐसा आगे आरोप था कि सहायक डाक अधीक्षक ने शिकायतकर्ता से उसकी भर्ती के लिए 6 लाख की रिश्वत की मॉंग की एवं इसके अतिरिक्त आंशिक रिश्वत के तौर पर 25,000 भुगतान करने को कहा और 25,000 के उक्त भुगतान को ग्रामीण डाक सेवक, जो कि रिश्वत की मॉंग के बारे में जानता था, को सौंपने का निर्देश भी शिकायतकर्ता को दिया।
सीबीआई ने जाल बिछाया एवं आरोपी को शिकायतकर्ता से 25,000/- रू. की रिश्वत की मॉंग व स्वीकार करने के दौरान रंगे हाथ पकड़ा। आरोपियों के परिसरों में तलाशी की गई जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। दोनों गिरफ्तार आरोपियों को रॉंची की नामित अदालत के समक्ष पेश किया गया एवं न्यायिक हिरासत में भेजा गया। एक अन्य मामले में, सीबीआई ने शिकायतकर्ता से 15,000 की रिश्वत की मॉंग व स्वीकार करने पर बिल लिपिक, लेखा विभाग, दक्षिण मध्य रेलवे, गुन्टाकल (जिला अनन्तपुर, आन्ध्र प्रदेश) को गिरफ्तार किया। एक शिकायत के आधार पर भ्रष्?टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत आरोपी के विरूद्ध मामला दर्ज हुआ जिससे मई एवं जून, 2017 की अवधि के दौरान हुए ठेका कार्य एवं जुलाई, 2017 से सितम्बर, 2017 तक की अवधि का लगभग 30 लाख रू. की राशि के लम्बित बिलों को भी पास करने के लिए 15,000 रू. रिश्वत की मॉंग की। सीबीआई ने जाल बिछाया एवं आरोपी को शिकायतकर्ता से 15,000/- रू. की रिश्वत की मॉंग व स्वीकार करने के दौरान रंगे हाथ पकड़ा। आरोपी को नामित अदालत के समक्ष पेश किया एवं 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया।