CBI inquiry into Chetan Saini's death: Dudhi

पुलिस के रवैये से भ्रांतियां बढ़ी, माली समाज में गहरी नाराजगी- नेता प्रतिपक्ष
जयपुर। राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने कहा है कि नाहरगढ़ किले में 24 नवंबर को हुई चेतन सैनी की मौत के मामले की सरकार सीबीआई जांच कराये क्योंकि पुलिस का रवैया इस मामले में भ्रांतियां बढ़ाने वाला है। मृतक चेतन सैनी के परिजन व माली समाज पुलिस के रवैये से संतुष्ट नहीं है। एक तरफ पुलिस ने जहां चेतन सैनी की मौत को आत्महत्या बताने में बहुत जल्दबाजी की, वहीं पुलिस उसके परिवार की एफआईआर तक दर्ज करने को तैयार नहीं है। साथ ही, पुलिस ऐसे कई सवालों के जवाब नहीं ढूंढ पा रही है जो कि चेतन सैनी की मौत के रहस्य को गहरा रहे हैं। इसलिए इस मामले को सीबीआई को सौंपा जाये। नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी से आज उनके सरकारी आवास पर मृतक चेतन सैनी के भाई को साथ लेकर माली समाज के अनेक संगठनों का संयुक्त शिष्टमंडल मिला था। जयपुर जिला माली (सैनी) समाज संस्था के अध्यक्ष ओम राजोरिया, गणेश सैनी एडवोकेट, महात्मा फुले ब्रिगेड की प्रदेशाध्यक्ष ललितासंजीव महरवाल एडवोकेट, महात्मा ज्योतिबा फुले राष्ट्रीय संस्थान (राज.) के जयपुर अध्यक्ष भवानीशंकर माली, समाजसेवी बुद्धसिंह सैनी, किशोरसिंह टांक आदि की अगुवाई में माली समाज के करीब 100 लोगों ने नेता प्रतिपक्ष को ज्ञापन देकर कहा कि पुलिस इस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं कर रही है, अतएव इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए।

षिष्टमंडल ने डूडी से कहा कि चेतन सैनी की हत्या कर उसकी लाश नाहरगढ़ किले की बुर्ज पर लटका दी गई है लेकिन पुलिस इसे आत्महत्या करार देने की जिद पर अड़ी हुई है। पुलिस अभी तक रस्सी का सुराग नहीं खोज सकी है, वहीं जिस बुर्ज पर रस्सी बंधी हुई है वह छह फीट चौड़ा है और एक अकेले व्यक्ति के लिए यह संभव नहीं था कि उस पर रस्सी बांध सके। इसके साथ ही घटनास्थल के आस-पास पत्थरों पर लिखी इबारतें रहस्य को गहरा रही है और पत्थरों पर दुबारा लिखावटों पर पुलिस की दलीलें बचकाना हैं। इसके साथ ही चेतन सैनी को कर्जदार बताने की पुलिस की दलीलें भी भ्रामक हैं। शिष्टमंडल ने करीब एक घंटे तक नेता प्रतिपक्ष को इस पूरे मामले के पहलुओं से अवगत कराया।
नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने इसके बाद कहा कि पुलिस का रवैया हैरानी भरा है। चेतन सैनी की मौत पूरे देश में सुर्खियों में है और मीडिया ने भी पुलिस का ध्यानाकर्षण अनेक पहलुओं की तरफ किया है। लेकिन ऐसा लगता है कि पुलिस पूर्वाग्रह धारण कर चुकी है। डूडी ने कहा कि राज्य के वर्तमान गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया नाकाम गृहमंत्री हैं और पिछले चार साल में कई संवेदनशील मामलों में पुलिस जनता की अपेक्षा पर खरा नहीं उतरी है। चेतन सैनी की मौत के मामले में एक बार फिर ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थितियां बन रही हैं, जब पुलिस का रवैया पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने का नजर नहीं आ रहा है। इसलिए इस मामले को तत्काल सीबीआई को सौैंपा जाना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने कहा कि मृतक चेतन सैनी के परिवार को इंसाफ किसी एक समाज की लड़ाई नहीं है। यह सच का खुलासा की सैद्वांतिक लड़ाई है। एक युवक जिसकी हैरानी भरी स्थितियों में मौत एक रहस्य बन गई है और हरेक साक्ष्य मामले की गंभीरता को बढ़ा रहा है। ऐसे संवेदनशील मामले के रहस्य पर से पर्दा उठना चाहिए। जिसे लेकर राज्य सरकार गंभीर नहीं दिख रही है।

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