नयी दिल्ली।: सीबीआई ने केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले के जाली ‘लेटरहेड’ का इस्तेमाल करके नौकरी चाहने वालों और
रेलवे ठेकेदारों से कथित रूप से पैसे ऐंठने के लिए तीन व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सीबीआई अधिकारियों ने आज यहांबताया कि सीबीआई की प्राथमिकी में जी सी श्रीधरन, ए क्लीमेंट चार्ल्स और एम पुगझेंदी का नाम है। इसमें ‘‘अज्ञात लोकसेवकों और निजीव्यक्तियों के भी नाम हैं।’’ प्राथमिकी दक्षिणी रेलवे के सतर्कता अधिकारी को की गई एक शिकायत के आधार पर दर्ज की गई है। इसमें कहागया है कि इन व्यक्तियों ने रेलवे की नौकरी और ठेके चाहने वालों से ‘‘भारी धनराशि’’ एकत्रित की और केंद्रीय सामाजिक न्याय एकअधिकारिता राज्य मंत्री का ‘‘जाली लेटर हेड’’ इस्तेमाल करके उन्हें धोखा दिया।कथित लेटर पैड पर रेल मंत्री को लिखे गए पत्रों में रेलवे में विभिन्न पदों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर विचार करने की सिफारिश की गईहै।
तीनों आरोपियों ने नौकरी चाहने वालों को ठगने के लिए अन्य कई तरह के फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया जिसमें रेलवे के मुख्यकार्मिक अधिकारी द्वारा कथित रूप से जारी किया गया नियुक्ति पत्र भी शामिल थे।श्रीधरन ने जहां स्वयं को ‘‘नेशनल सेक्रेटरी: सीईसी: एनडीएलएस: जोनल सेक्रेटरी: एसडब्ल्यूआर: यूबीएल’’ बताया, चार्ल्स ने स्वयं कोउच्चतम न्यायालय का मध्यस्थ और तमिलनाडु के वेल्लोर का निवासी बताया। पुगझेंदी भी वेल्लोर का एक निवासी है।सीबीआई सूत्रों ने बताया कि यद्यपि उन्होंने खुद की पहचान इन पदों के साथ की लेकिन एजेंसी उन्हें निजी व्यक्ति मान रही है।सूत्रों ने बताया कि यह भी एजेंसी की जांच का एक मामला है कि इन व्यक्तियों ने इन पहचानों के बारे में कैसे कल्पना की।रेलवे की एक शिकायत के आधार पर एजेंसी ने तीन व्यक्तियों के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी, जालसाजी के लिए और भ्रष्टाचाररोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत एक एक मामला दर्ज किया है।