-कांग्रेस सीए सेल ने किया नोटबंदी की रिपोर्ट पर मंथन
जयपुर: राजस्थान कांग्रेस कमेटी के सीए सेल के पदाधिकारियों ने आज रिजर्व बैंक द्वारा जारी नोटबंदी की रिपोर्ट एवं नोटबंदी के दौरान प्रधानमंत्री एवं विŸा मंत्री द्वारा दिये गये विभिन्न व्यक्तव्यों एवं नोटबंदी के दौरान विभिन्न अर्थषास्त्रियों द्वारा दिये गये अनुमान एवं विभिन्न सर्वे एवं रिर्पोटों पर आज मंथन किया। सीए सेल के अध्यक्ष सीए विजय गर्ग ने बताया कि मंथन के दौरान यह निष्कर्ष निकला कि नोटबंदी हिन्दुस्तान के ईमानदार आदमी के साथ एक धोखा प्रतीत हुआ है एवं जितने भी सपने देष के आम आदमी को प्रधानमंत्री ने दिखाये थे, वे सब झूंठे साबित हुये हैं एवं प्रधानमंत्री ने देष की जनता के सामने गोवा में कहा था कि अगर देष की जनता को मैं 50 दिन बाद सपनों का दिखने वाला भारत नहीं दूं तो जनता मुझे सजा दे उसके लिये मैं तैयार हूं।
मुख्यतः कालेधन को बाहर लाने, नकली मुद्रा को चलन से बाहर करने एवं आतंकवादी गतिविधियों में धन को रोकने के लिये नोटबंदी लागू की गई थी, जबकि रिपोर्ट का अगर विस्तृत विष्लेषण करें तो तीनों उद्देष्य सरकार के फैल होते नजर आ रहे हैं और ऐसा लगता है कि नोटबंदी की आड में एक बहुत बडे घोटाले का जन्म हुआ है।
विशलेषण रिपोर्ट
– आर.बी.आई. रिपोर्ट के अनुसार 500 एवं 1000 रूप्ये के नोटों में से केवल 1 प्रतिषत राषि (16050 करोड रूप्ये) वापस नहीं आये अर्थात 99 प्रतिषत से अधिक राषि कालाधन नहीं था।
– आर.बी.आई. रिपोर्ट के अनुसार 500 रूप्ये के नोटों में अगर 10 लाख नोटों को आर.बी.आई. ने जमा किया है उसमें से केवल 7.1 ही नकली नोट मिले हैं, जबकि 1000 रूप्ये के नोटों में यह संख्या 19.1 है अर्थात नकली मुद्रा को जो हव्वा बनाया गया था वह बिल्कुल असत्य था, ओर नकली मुद्रा चलन में नहीं थी।
-पिछले 3 सालों में 42 प्रतिषत से अधिक आतंकवादी गतिविधियां बढी है एवं अपने देष के 72 प्रतिषत से अधिक सैनिक शहीद हुए हैं एवं नोटबंदी के पष्चात लगातार आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि हुई है, अर्थात नोटबंदी आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने में भी सफल नहीं रही।
-नोटबंदी पूर्णतया अपने उद्देष्यों में असफल रही है एवं देष की 1.25 करोड जनता को 2 माह से अधिक समय के लिये मानसिक एवं शारिरीक परेषानियांें को झलना पडा एवं देष की आम जनता पर 21 हजार करोड रूप्ये का अतिरिक्त भार डाल दिया गया है और जो सपना देष की आम जनता को मोदी ने दिखाया था वह सपना मात्र सपना ही बन कर रह गया है।