-किसानों के कर्ज माफ हों, रिफाइनरी व बिजली कंपनियों पर श्वेतपत्र लाओ- डूडी
जयपुर। राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने आज सदन में बजट पर चर्चा के दौरान राज्य सरकार को अकुशल वित्तीय प्रबंधन, भ्रष्टाचार और गलतियों पर चौतरफा घेरते हुए कहा कि प्रदेश में गांव, गरीब की उपेक्षा के साथ ही रिफाइनरी, जयपुर और बांसवाड़ा के बड़े रेल प्रोजेक्टों की अनदेखी की जा रही है। डूडी ने रिफाइनरी और बिजली कंपनियों पर श्वेत पत्र लाने की मांग करते हुए कहा कि प्रदेश के आधारभूत विकास से जुड़े इन बड़े मुद्दों पर सरकार ‘ कुल्हड़ी में गुड़ नहीं फोड़ सकती ‘, रिफाइनरी लगती तो प्रदेश का विकास होता । बिजली कंपनियाें से सरकार के मोह पर नेता प्रतिपक्ष ने तीखे हमले करते हुए कहा कि सरकार किसान,गरीब को दबा रही है। तीन साल से प्रदेश में विकास पर सेंसरशिप लगी हुई है। नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट में प्रदेश के किसानों की उपेक्षा की है । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूपी में किसानों के कर्ज माफ करने की चुनाव में घोषणा की थी । राज्य सरकार राजस्थान में भी किसानों के कर्ज माफ करे। डूडी ने कहा कि सरकार ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट की बात कर रही है लेकिन इसके लिए कोई बजट प्रावधान नहीं है। यह प्रोजेक्ट 40 हजार करोड़ रुपये से बनेगा, जिसके लिए राज्य सरकार को केन्द्र से विशेष पैकेज लाना चाहिए। जब प्रधानमंत्री बिहार को सवा लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा कर सकते हैं तो राजस्थान की उपेक्षा क्यों की जा रही है । इसकी वजह राज्य सरकार की कमजोर पैरवी भी है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार ने जो आर्थिक समीक्षा और विभागों के प्रतिवेदन प्रस्तुत किये हैं उसमें आंकड़ों में भारी भिन्नता है। खनिज सेक्टर का जिक्र करते हुए डूडी ने कहा कि इसमें सरकारी आंकड़ों में भारी अंतर है। डूडी ने कहा कि सरकार का यह तर्क गलत है कि पेट्रोलियम व खनिज की रेवन्यू एक साथ दर्ज है। उन्होंने दोनों विभागों के रेवन्यू को लेकर आंकड़ों की चर्चा करते हुए सरकार को उसकी गफलत पर घेरा । डूडी ने दोनों विभागों के आंकड़े अलग – अलग रख सरकार को निरूतर कर दिया और कहा कि खनन व पेट्रोलियम की रेवन्यू को एक साथ बता सरकार के मंत्री गलतबयानी कर रहे हैं ।
नेता प्रतिपक्ष ने बजरी खनन पर दस हजार करोड़ रुपये घाटे का मुद्दा भी उठाया । डूडी ने सरकार को फिजूलखर्ची पर घेरते हुए कहा कि 170 करोड़ रुपये के नये जेट विमान की कहाँ जरूरत आ गई जबकि सरकार के पास दो विमान पहले से ही हैं।डूडी ने मौजूदा सरकार के तीन साल पूरे होने के सरकारी खर्च पर जश्न को लेकर भी सवाल उठाया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में सड़क परियोजना अधूरी पड़ी हैं। कोटा- दरा मार्ग पर दो साल बाद भी 13 प्रतिशत काम हुआ है जबकि इसकी घोषणा केन्द्रीय सड़क मंत्री नितिन गडकरी ने की थी। इंदिरा गांधी नहर परियोजना की सड़कें भी उपेक्षित हैं जबकि पिछले बजटों में इसकी घोषणा की गई थी। डूडी ने जयपुर मेट्रो, रिंग रोड, कोटा रनवे, उदयपुर विकास प्राधिकरण नहीं बनाने और द्रव्यवती नदी के मुद्दे पर सरकार को घेरा। डूडी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी नहर में जहाज चलाने की भी घोषणा की थी लेकिन आज तक नहर टूटी पड़ी है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि स्कूली शिक्षा में डेढ़ लाख पद रिक्त पड़े हैं । स्कूली शिक्षा में साढ़े सत्रह हजार स्कूल बंद करने के बाद सरकार अब शिक्षकों के पद ही समाप्त कर रही है । डूडी ने पुलिस विभाग में नफरी की कमी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पुलिस में नई भर्ती निकाली जाए और अपराधों के शमन के लिए पुलिस को आधुनिक वाहन व हथियार दिये जाएं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में रोजगार सृजन नहीं हो रहा और निवेश व सुशासन खत्म हो गया है । ऐसे में सरकार का ‘ विजन 2020 ‘ का नारा बिल्कुल खोखला है । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पिछले तीन साल में जो बजट घोषणाएं की। वे अधिकतर धरातल पर नहीं आयी हैं । सात मेडिकल कॉलेज आज तक अधूरे हैं और सिरोही में बत्तीसा नाला बांध का मुख्यमंत्री ने शिलान्यास किया था लेकिन इसके बाद बांध का काम रूक गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यदि गांव, गरीब, किसान व युवा की अनदेखी ही सरकार का विजन है तो ईश्वर इस सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करे ।