DELHI. भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने आज आगामी लोक सभा चुनाव 2019 के सिलसिले में पंजाब, हरियाणा तथा चंडीगढ़ की चुनाव तैयारियों की समीक्षा की। आयोग ने समीक्षा का प्रारंभ पंजाब, हरियाणा तथा केंद्र शासित चंडीगढ़ के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक से की। इसमें मतदान केंद्रों पर आश्वस्त न्यूनतम सुविधाएं (एएमएफ) प्रदान करने, मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के कार्यालयों में मानव शक्ति और संरचना को मजबूत बनाने, फील्ड स्तर पर चुनाव कर्मियों के सभी रिक्त पदों को भरने, ईवीएम/वीवीपीएटी की उपलब्धता तथा अन्य चुनाव सामग्री तथा पर्याप्त बजट प्रावधानों जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। पंजाब, हरियाणा तथा केंद्र शासित चंडीगढ़ के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को विशेष सार समीक्षा (01-01-2019) की प्रगति, वोटर हेल्प लाइन (1950) तथा आईटी संबंधी एप्लीकेशनों के संबंध में जानकारी दी।
इसके बाद पंजाब और हरियाणा के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, गृह सचिव तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और केंद्र शासित चंडीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार तथा अन्य अधिकारियों के साथ व्यापक विचार-विमर्श किया गया। इसमें शांतिपूर्ण, स्वतंत्र, निष्पक्ष, समावेशी, भागीदारीपूर्ण और विश्वसनीय तरीके से चुनाव संपन्न कराने संबंधी विभिन्न प्रबंधों पर विचार-विमर्श किया गया।
माननीय मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को सभी चुनाव संबंधी सूचना तथा मतदाता सहायता के लिए समान एकल संपर्क नम्बर “1950” को सभी संपर्क केंद्रों के साथ प्रारंभ करने का निर्देश दिया।
मतदाताओं की सुविधा और सहायता के लिए सभी मतदान केंद्रों पर आश्वस्त न्यूनतम सुविधाएं (एएमएफ) सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक और समयबद्ध कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया गया। माननीय मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने दिव्यांग मतदाताओं का व्यापक डाटा बनाने और थाने के अनुसार उनकी मैपिंग की आवश्यकता पर बल दिया ताकि मतदान के दिन सभी दिव्यांग मतदाताओं को पर्याप्त सहायता सुनिश्चित की जा सके। यह ‘कोई मतदाता पीछे न छूटे’ के आयोग के नारे को हासिल करने के लिए बहुत आवश्यक है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने आगामी लोक सभा चुनाव को मतदाताओं के लिए सर्वाधिक अनुकूल बनाने और सभी आवश्यक सुविधाएं, विशेषकर दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सुविधाएं , प्रदान करने का निर्देश दिया। माननीय श्री सुनील अरोड़ा ने चुनाव संबंधी सभी विषयों पर सभी स्तरों के चुनाव से संबंधित अधिकारियों को मजबूत और व्यापक प्रशिक्षण देने की आवश्यकता पर बल दिया। इन विषयों में ईआरओ-एनईटी, बीएलओ-एनईटी, मतदाता सूचियों का संशोधन और सुविधा समाधान, सुगम तथा सी-विजिल ऐप्प, तथा इलेक्ट्रॉनिक रूप से डाक मत पत्र भेजने की प्रणाली (ईटीपीबीएस) जैसे आईटी ऐप्लीकेशनों को लागू करने के विषय शामिल हैं।
समीक्षा बैठक में भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारी, वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा, महानिदेशक धीरेन्द्र ओझा तथा निदेशक निखिल कुमार उपस्थित थे।