Jaipur. सेना के चीफ इंजीनियर ले. जनरल एस.के. श्रीवास्तव ने आज यहां पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक लोक शिकायत एवं पेंशन तथा परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष मंत्रालय में राज्यमंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह से मुलाकात की और उन्हें जम्मू-कश्मीर में सीमा सड़क संगठन तथा सेना की विभिन्न एजेंसियों द्वारा शुरू की गई विभिन्न सड़क और पुल परियोजनाओं की ताजा स्थिति से अवगत कराया।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने महत्वपूर्ण परियोजनाओं के काम को तेजी से पूरा करने पर जोर देते हुए चीफ इंजिनियर से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि इसमें से ज्यादातर परियोजनाएं इस साल के अंत तक पूरी हो जाएं। उन्होंने इस अवसर पर 3500 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जाने वाले छातेरगल्ला सुरंग पर भी चर्चा की। सुरंग निर्माण की व्यवहार्यता का अध्ययन किया जा चुका है और इसका निर्माण लखनपुर से बसौली –बानी से भद्रवाह और डोडा के बीच बनाए जाने वाले नये राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ शुरू कर दिया जाएगा। ले. जनरल श्रीवास्तव ने डॉ. सिंह को जानकारी दी कि कठुआ जिले में परमानंद-तारागढ़-एनजेएस-पारोल के लिए एक महत्वपूर्ण सड़क परियोजना इस साल के अंत तक पूरी कर दी जाएगी। इसमें बैगवाल और भाखनूर नालों पर तीन पुल भी बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कठुआ जिले में चान्न–खत्रीयान-कत्तल-गुजरान-लोंदी-बोबिया सड़क परियोजना 2019 में पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि राजपुरा-मडवाल-पंगादुर-थुलपुर के बीच सड़क निर्माण का काम पूरा हो चुका है, लेकिन इस मार्ग पर 617 मीटर लंबे पुल के निर्माण में और 2 वर्ष लग सकते हैं।
सेना के चीफ इंजीनियर ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि धार-उधमपुर सड़क मार्ग पर 259 मीटर लंबा एक पुल प्वाइंट किलोमीटर 42.59 पर बनाया जा रहा है, जिसका काम एक साल में पूरा हो जाएगा। हालांकि पूरे सड़क निर्माण का काम 2019 में ही पूरा हो पाएगा। किश्तवार से जानसकर के बीच सीमा सड़क संगठन द्वारा बनाई जा रही सड़क के बारे में भी चर्चा की गई। ले. जनरल श्रीवास्तव ने डॉ. सिंह को बताया कि एनएचपीसी के लिए भारी उपकरणों को लाने-ले जाने के लिए डोडा किश्तवार मार्ग पर तीन पुलों की भार वहन क्षमता बढ़ाने का काम किया जा रहा है।