जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के लिए निशुल्क वैक्सीनेशन की घोषणा के क्रम में दानदाताओं, भामाशाहों, समाज सेवियों, जनप्रतिनिधियों, कार्मिकों एवं समाज के सभी वर्गां से आर्थिक सहयोग के लिए अपील की है। गहलोत ने वैक्सीनेशन के लिए डेडिकेटेड बैंक खाता (Raj CMRF COVID VACCINATION ACCOUNT) खोलने की स्वीकृति दी है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर बैंक खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की जयुपर सचिवालय शाखा में खोला गया है, जिसकी खाता संख्या 40166914665 और आईएफएससी कोड SBIN0031031 है। सहयोगकर्ता इस विवरण के साथ नकद, चैक एवं इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से इस खाते में सहयोग राशि हस्तान्तरित कर सकते हैं। इस खाते में प्राप्त दान राशि का प्रयोग केवल युवा वर्ग के निशुल्क टीकाकरण के लिए किया जाएगा।
गहलोत ने कहा है कि पूरा देश और प्रदेश कोविड संक्रमण के गंभीर खतरे से जूझ रहा है। राज्य सरकार कोविड के बेहतर प्रबंधन के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और रोगियों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा संसाधनों में किसी तरह की कमी नहीं रख रही है, लेकिन संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए अधिकतम लोगों का वैक्सीनेशन जल्द से जल्द होना जरूरी है। इस दिशा में राज्य सरकार ने 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को भी निशुल्क वैक्सीन लगाए जाने के लिए केन्द्र सरकार से कई बार आग्रह किया था। केन्द्र ने इसे राज्य सरकारों पर छोड़ दिया। चूंकि कोरोना की दूसरी वेव में युवा, बच्चे एवं गर्भवती महिलाएं भी अधिक संख्या में संक्रमित हो रहे हैं। इसके चलते राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों की जीवनरक्षा को सर्वाच्च प्राथमिकता देते हुए राज्य में इस आयु वर्ग (युवा पीढ़ी) के लिए लगभग 2500 करोड़ रुपये वहन करते हुए निशुल्क टीकाकरण की घोषणा की है और 1 मई से प्रदेश में टीकाकरण प्रारंभ भी हो गया है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे मुख्यमंत्री सहायता कोष के अन्तर्गत Raj CMRF COVID VACCINATION ACCOUNT खाते में यथाशक्ति स्वैच्छिक सहयोग करें ताकि कोविड की इस भीषण चुनौती का हम सफलतापूर्वक सामना कर पाएं।
गहलोत ने पूर्व में मुख्यमंत्री सहायता कोष कोविड-19 राहत कोष में आगे बढ़कर सहयोग करने के लिए भामाशाहों, दानदाताओं एवं समस्त प्रदेशवासियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि उनके इस समर्पण भाव से हम कोविड की पहली लहर का बेहतर प्रबंधन करने में कामयाब हुए। सभी प्रदेशवासियों के सहयोग से हमने ‘कोई भूखा न सोए‘ के संकल्प को तो साकार किया ही, साथ ही तमाम असहाय, जरूरतमंद और निराश्रित वर्ग को भी आर्थिक सम्बल प्रदान किया। हमारा प्रयास है कि आगे भी सबके सहयोग से हम प्रदेशवासियों को कोरोना की इस दूसरी घातक लहर से बचाने में सफल हो सकें।