जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार दोपहर बांसवाड़ा पहुंचे और जिले के उमराई स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ देवी त्रिपुरा सुन्दरी के दर्शन किए। मुख्यमंत्री ने पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली के लिए कामना की। यहां एक संक्षिप्त संबोधन में उन्होंने कहा कि देवी त्रिपुरा सुन्दरी से जनकल्याणकारी कार्यों को निर्बाध रूप से करने के लिए सामथ्र्य मांगा है।
तलवाड़ा हवाई पट्टी से सीधे मन्दिर के गर्भगृह पहुंचे मुख्यमंत्री ने देवी त्रिपुरा सुंदरी के दर्शन किए। इस दौरान पं. निकुंज मोहन पंड्या, पं. दिव्य भारत पंड्या, राजेश त्रिवेदी आदि ने वैदिक मंत्रोच्चार की गूंज के बीच विधि-विधान से पूजा-अर्चना करवाई।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के त्रिपुरा सुन्दरी मन्दिर पहुंचने पर ग्रामीणों ने जनजाति अंचल के प्रसिद्ध ढोल, कुण्डी, थाली आदि परंपरागत लोकवाद्य यंत्र बजाकर स्वागत किया। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस अवसर पर ग्रामीण युवाओं ने यशस्वी मुख्यमंत्री के नाम के जयकारे भी लगाए।
पूजा अर्चना उपरांत मुख्यमंत्री का त्रिपुरा सुन्दरी ट्रस्ट मण्डल की ओर से अभिनन्दन भी किया गया। मण्डल सदस्यों की ओर से मुख्यमंत्री को साफा बांधा गया। उनका माल्यार्पण कर त्रिपुरा सुन्दरी की छवि भेंट की गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि देवी की कृपा पूरे राजस्थान पर बनी रहे ऎसी कामना है। उन्होंने कहा कि जनता का स्नेह उन्हें प्राप्त हुआ है वह सदैव बना रहे। उन्होंने मण्डल सदस्यों द्वारा किए गए स्वागत के लिए भी आभार जताया।
मुख्यमंत्री देवी दर्शन व पूजा उपरांत मंदिर परिसर में मौजूद आमजन से भी पूरी संवेदनशीलता के साथ मिले और उनकी समस्याएं सुनी। बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों, किसान संगठनों के प्रतिनिधियों, प्रशिक्षित बेरोजगारों व अन्य लोगों ने अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री को परिवेदनाएं भी सौंपी जिस पर उन्होंने इनके समाधान के लिए आश्वस्त किया।
त्रिपुरा सुंदरी मंदिर परिसर में कोहाला निवासी दिव्यांग कृष्णदास अपनी व्यक्तिगत समस्या के समाधान के लिए परिवेदना लेकर पहुंचा तो मुख्यमंत्री ने पूरी संवेदनशीलता के साथ न केवल समस्या सुनी अपितु आत्मीयता दिखाते हुए उन्होंने फूलमाला मंगवाकर कृष्णदास को पहनाई। उन्होंने कृष्णदास से ज्ञापन लिया तथा समाधान के लिए आश्वासन दिया।
-सर्किट हाउस में जनसुनवाई
इधर, देर शाम सर्किट हाउस में जनसुनवाई दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित, ग्रामीणों व प्रबुद्ध जनों ने अपनी-अपनी परिवेदनाएं प्रस्तुत की। जिन पर मुख्यमंत्री ने जानकारी लेकर संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश प्रदान किए। इस दौरान प्रदेश के जनजाति क्षेत्रीय विकास (स्वतंत्र प्रभार), उद्योग एवं राजकीय उपक्रम विभाग के राज्यमंत्री अर्जुनसिंह बामनिया की मौजूदगी में स्थानीय मीडियाकर्मियों से भी संवाद किया और अपनी समस्याओं के संबंध में ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मीडियाकर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए उचित कार्यवाही हेतु आश्वस्त किया।