जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को सवाई मानसिंह अस्पताल के आईडीएच सेंटर पहुंचकर कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज लगवाई। मुख्यमंत्री के साथ चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने भी टीका लगवाया।
वैक्सीनेशन के बाद गहलोत ने अस्पताल में कोविड क्रिटिकल केयर यूनिट का दौरा कर वहां इन्फेक्शियस आईसीयू, एडवांस आइसोलेशन केयर यूनिट और लैब आदि का अवलोकन कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने वहां मौजूद चिकित्साकर्मियों, नर्सिंगकर्मियों एवं अन्य स्टाफ की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि संकट की इस घड़ी में आपने अपनी जान जोखिम में डालकर प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा का जो फर्ज निभाया है वह सराहनीय है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार के कुशल प्रबंधन से प्रदेश में कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण किया गया है। वैक्सीनेशन से कोरोना संक्रमण की रोकथाम का काम और मजबूती से हो सकेगा। उन्होंने कहा कि कोविड का टीका पूरी तरह सुरक्षित और कारगर है। अब तक हुए टीकाकरण में ऎसा कोई प्रकरण सामने नहीं आया है, जिसमें टीकाकरण के कारण कोई गंभीर दुष्प्रभाव देखने को मिला हो। गहलोत ने कहा कि राजस्थान ने जिस सफलता के साथ कोरोना का प्रबंधन किया, उसी उत्साह और सभी वर्गाें की भागीदारी से टीकाकरण अभियान भी कामयाबी से संचालित हो रहा है। राज्य में प्रतिदिन दो से सवा दो लाख लोगों को वैक्सीन लग रही है। देश का करीब 25 प्रतिशत टीकाकरण अकेले राजस्थान में हो रहा है।
गहलोत ने अपील की है कि टीकाकरण अभियान के शत-प्रतिशत लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी लोग आगे बढ़कर टीका लगवाएं। तीसरे चरण के तहत 60 वर्ष और इससे अधिक आयु तथा 45 वर्ष से अधिक के को-मोर्बिड व्यक्ति टीकाकरण अवश्य कराएं। यह आपकी और हम सबकी सुरक्षा के लिए जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत दिनों में कुछ राज्यों में कोरोना के मामले फिर तेजी से बढ़े हैं। ऎसे में हमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी है। कोरोना को लेकर सजगता और सतर्कता के साथ रहना होगा। असावधानी के कारण हम कोरोना की जीती हुई जंग नहीं हार जाएं इसके लिए हमें मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग रखने सहित अन्य प्रोटोकॉल की निरंतर पालना करनी चाहिए।

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