जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे बूंदी जिले में आपका जिला-आपकी सरकार कार्यक्रम के दूसरे दिन गांव-ढाणियों में पहुंचीं। उन्होंने लोगों से सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में फीडबैक लिया। जहां अव्यवस्था मिली, उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी और जनता के प्रति संवेदनशील बनने के निर्देश दिए। वहीं आमजन से मिले फीडबैक के आधार पर राजे ने अच्छे काम की जानकारी मिलने पर खुलकर तारीफ भी की। मुख्यमंत्री ने अपने औचक निरीक्षण की शुरूआत बूंदी शहर में अनुदानित आदिवासी छात्रावास से की। यहां अव्यवस्थाओं, छात्रावास परिसर में घूम रही गायों तथा वहां पड़े चारे के ढेर पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिए कि छात्रावास परिसर का उपयोग निर्धारित काम में ही हो।
कन्या छात्रावास की बाउण्ड्रीवाल बनाएं
राजे ने बंूदी के नैनवां रोड स्थित बाबू जगजीवनराम महाविद्यालय स्तरीय कन्या छात्रावास का भी औचक निरीक्षण किया। राजे ने यहां रह रही छात्राओं से संवाद किया। छात्राओं ने मुख्यमंत्री को बताया कि बाउण्ड्रीवाल अधूरी होने के कारण छात्रावास भूमि पर अतिक्रमण की समस्या है। मुख्यमंत्री ने जिला कलक्टर शिवांगी स्वर्णकार को निर्देश दिए कि वे शहर के अंतिम छोर पर स्थित इस कन्या छात्रावास की चार-दीवारी के निर्माण की कार्रवाई कराएं। राजे ने छात्रावास में कुछ स्थानों पर पान की पीक के निशान देखकर नाराजगी व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने ग्राम भैरूपुरा औझा में ग्राम पंचायत कार्यालय परिसर में ग्राम सेवा सहकारी समिति के गोदाम, वाटर एटीएम और उप स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ्य उपकेन्द्र में स्वास्थ्यकर्मियों के गैर हाजिर रहने की शिकायतों पर नाराजगी जताई। उन्होंने गांव में अलग-अलग जगह संचालित हो रहे प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय और उच्च माध्यमिक विद्यालय के एकीकरण के लिए जिला कलक्टर को निर्देश दिए।
समय पर पट्टे वितरित कर ग्रामीणों को दें राहत
राजे ने खटकड़ गांव में अटल सेवा केन्द्र का निरीक्षण किया। उन्होंने जमीन के पट्टे देने में देरी की ग्रामीणों की शिकायत पर संबंधित अधिकारियों को डांट लगाई। ग्रामीणों ने राजे को बताया कि समय पर पट्टे जारी नहीं होने की स्थिति में उन्हें पैनल्टी का भुगतान करना पड़ेगा और पट्टों का पंजीयन भी रद्द हो सकता है। इस पर मुख्यमंत्री ने जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि वे तुरन्त कार्यवाही कर पट्टों को रि-वैलिडेट कराएं और अधिकारियों को पाबंद करें कि वे तय समय पर पट्टे जारी करें। मुख्यमंत्री ने यहां अन्नपूर्णा भण्डार का भी निरीक्षण किया। उन्होंने भण्डार संचालक को उपभोक्ता सामानों की रेट-लिस्ट अपडेट करने तथा बिल देने के निर्देश दिए। श्रीमती राजे ने कहा कि प्रिंट रेट से कम दर पर सामान बेचने से उसका व्यापार बढ़ेगा और उपभोक्ताओं को भी फायदा होगा।
दुरुस्त हों सड़कें
मुख्यमंत्री ने नैनवां रोड पर मोतीपुरा-पीपल्या मार्ग पर बनी पुलिया का निरीक्षण किया। यह पुलिया वर्ष 2016 में बनी थी। बनने के करीब दो माह बाद ही इस पुलिया के किनारे की पिचिंग कट गई। राजे ने इसकी गुणवत्ता पर नाराजगी व्यक्त की और सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव आलोक से फोन पर बात कर आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बूंदी से लाखेरी और नैनवां सड़क मार्ग को दुरुस्त करने के भी निर्देश दिए।
ग्रामीणों ने कहा आदर्श विद्यालय से बेहतर हुआ परिणाम
अपने इस दौरे में राजे पीपल्या गांव में आदर्श योजना के तहत चयनित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पहुंची। यहां उन्होंने शौचालय में साफ-सफाई नहीं मिलने तथा पर्याप्त संख्या में शौचालय नहीं होने पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने विद्यालय में कम्प्यूटर शिक्षा पर जोर देते हुए प्रभारी सचिव और सचिव शिक्षा नरेश पाल गंगवार को दूरभाष पर निर्देश दिए कि वे स्कूलों में मांग के अनुरूप पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने प्रभारी सचिव को स्कूलों का गहन निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने यहां 9वीं कक्षा के बच्चों से बातचीत की और ग्रामीणों से विद्यालय के बारे में फीडबैक लिया। ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा है और शिक्षण कार्य भी बेहतर हुआ है।