जयपुर, 6 मार्च। आपदा प्रबंधन मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने विधान सभा में कहा कि प्रदेश में ओलावृष्टि होने से किसानों को हुए नुकसान के प्रति मुख्यमंत्री एवं हमारी सरकारी पूरी तरह गंभीर एवं संवेदनशील है। किसानों को ओलावृष्टि में हुए नुकसान का आकलन करने के लिए अगले 10 से 15 दिन में विशेष गिरदावरी करवाकर किसानों को हुए नुकसान का पूरा मुआवजा दिलवाया जाएगा।
उन्होंने नागौर में आकाशीय बिजली गिरने से दो महिलाओं की मृत्यु होने पर उनके परिजनों को चार लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गिरदावरी के माध्यम से ओलावृष्टि से हुए नुकसान का संपूर्ण आकलन करवा कर सभी प्रभावित किसानों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने हेतु तत्पर है।
आपदा प्रबंधन मंत्री ने शुक्रवार को विधान सभा में प्रदेश में हुई ओलावृष्टि पर अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि प्रदेश में 04 वं 05 मार्च 2020 को हुई ओलावृष्टि से फसल खराबे की प्रारम्भिक सूचना जिलों से प्राप्त की गई है। जिला अलवर, बाड़मेर, भरतपुर, दौसा, गंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जोधपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, बून्दी, बीकानेर, चूरू एवं झुंन्झुनूं से खराबे की सूचना प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि जिला अलवर, बाड़मेर, भरतपुर, दौसा, गंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जोधपुर, करौली एवं सवाई माधोपुर में 33 प्रतिशत या इससे अधिक खराबे की सूचना प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि जिला अलवर की 02 तहसीलों, तहसील रामगढ़ के 48 गावों में 63 से 74 प्रतिशत व तहसील अलवर के 04 गांवों में 35 से 80 प्रतिशत खराबे की प्रारंभिक सूचना प्राप्त हुई। इसी प्रकार जिला बाड़मेर की 01 तहसील गुड़ामालानी के 09 गांवों में 40 से 50 प्रतिशत खराबे की प्रारंभिक सूचना प्राप्त हुई है।