नयी दिल्ली : कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने आरोप लगाया कि भाजपा, आरएसएस और बजरंग दल में भी आतंकवादी हैं। उनके इस आरोप को भाजपा ने खारिज कर दिया। इस साल कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा पर हमले तेज करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वे खुद एक तरह से आतंकवादियों जैसे हैं। भाजपा, आरएसएस और बजरंग दल में भी आतंकवादी हैं।’’ प्रदेश भाजपा ने आरोप लगाया कि सिद्धरमैया द्वारा भाजपा-आरएसएस को आतंकी संगठन कहना सांप्रदायिक आधार पर चुनावों का ध्रुवीकरण करने की उनकी हताशापूर्ण कोशिश है। चामराजनगर जिले में संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि आतंकी गतिविधियों में जो भी संलिप्त हो, सरकार उसे नहीं बख्शेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) हो, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) हो, बजरंग दल हो, विश्व हिंदू परिषद हो या अन्य कोई संगठन। अगर वे समाज में सौहार्द और भाईचारा बिगाड़ने की गतिविधियों में शामिल रहते हैं और सांप्रदायिकता फैलाते हैं तो उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।’’ इस तरह के संगठनों पर प्रतिबंध के लिए केंद्र को कोई रिपोर्ट भेजने की संभावना के सवाल पर सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘हमें इसके लिए दस्तावेज हासिल करने होंगे कि वे इस तरह की गतिविधियों में शामिल हैं।’’ प्रदेश भाजपा ने एक ट्वीट में आरोप लगाया, ‘‘मुख्यमंत्री सिद्धरमैया हताशापूर्ण तरीके से भाजपा-संघ को आतंकी संगठन कहकर सांप्रदायिक आधार पर चुनावों का ध्रुवीकरण करने का प्रयास कर रहे हैं।’’ इसमें कहा गया, ‘‘वे यह क्यों नहीं समझते कि भारत 1975 में नहीं है और इंदिरा गांधी आज प्रधानमंत्री नहीं हैं।’’ मुख्यमंत्री पर पलटवार करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता और एमएलसी वी सोमन्ना ने कहा कि सिद्धरमैया अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं।