जयपुर : राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि हमें ‘मेरे लिए’ की सोच से ऊपर उठकर ‘सबके लिए’ की सोच के साथ आगे बढ़ना होगा तभी हम नए राजस्थान और नए हिंदुस्तान की कल्पना को साकार कर पाएंगे। राजे ने आज सेंटर फॉर मीडिया रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट (सीएमआरडी) की ओर से ‘विकास के लिए राजनीति’ विषय पर आयोजित युवा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हम ‘‘एक्सक्लूसिव नहीं, इनक्लूसिव ग्रोथ’’ की सोच के साथ राजस्थान के गौरवशाली इतिहास की तरह इसका भविष्य भी सुनहरा बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि सर्व हित की सोच के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऐसे कई बडे़ निर्णय लिए जो हमारे देश का भविष्य संवार रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि भारत एक बार फिर विश्व गुरू बनकर उभरेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उदारीकरण और वैश्वीकरण के कारण आमजन की सरकारों से अपेक्षाएं बढ़ती जा रही हैं, लेकिन ये अपेक्षाएं तभी पूरी होंगी जब आमजन और सरकार कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे। जब तक हम अपना ‘‘मांइड सेट’’ नहीं बदलेंगे तब तक विकास के लिए राजनीति के अपने ध्येय को पूरा नहीं कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की साढे़ सात करोड़ की आबादी में से दो करोड़ से अधिक युवा हैं और यह वह महाशक्ति है जो पूरी दुनिया में राजस्थान का गौरव बढ़ाएगी। प्रदेश की इसी शक्ति को एकजुट करने के लिए हमने ‘आओ साथ चलें’ का नारा दिया था, जिसने प्रदेश की युवा शक्ति में विश्वास पैदा किया। इस अवसर पर सांसद विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि राजनीति का दायरा सत्ता के गलियारे से व्यापक है। देश में राजनीति का स्वरूप बदल रहा है और नई राजनीति के साथ हम ‘‘न्यू इंडिया’’ में प्रवेश कर रहे हैं। इस अवसर पर सार्वजनिक निर्माण मंत्री युनूस खान, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।