जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि संतों के आशीर्वाद से प्रदेशभर में विकास के अच्छे कार्य होंगे। राजस्थान एक ऐसा राज्य है जहां पानी की कमी है और पड़ौसी राज्यों से मिलने वाला पानी अपर्याप्त है। उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग से मिले सहयोग से मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान का पहला चरण पूरी तरह सफल हुआ है। प्रदेश की तरक्की में सरकार के साथ-साथ सामाजिक संस्थाएं, धार्मिक ट्रस्ट और स्वयंसेवी संगठन भी भागीदार बनें, ताकि राज्य की जनता को लाभ मिले। मुख्यमंत्री राजे गुरुवार को सिरोही के रेवदर स्थित जीरावला गांव में पाश्र्वनाथ प्रभु प्रतिष्ठा अंजन षलाका महोत्सव मे उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि श्री जीरावला पाश्र्वनाथ जैन तीर्थ ट्रस्ट मंडल और जैन समाज की ओर से बनाया गया यह भव्य और आकर्षक मंदिर जितना सुन्दर है, उतनी ही चमत्कारी और मनोहारी है। पाश्र्वनाथ भगवान के कदमों में इस स्थली पर जैन समाज ने जो नेक कार्य किया वह बधाई योग्य है। इस दौरान सीएम ने आचार्यों एवं मुनियों से आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के पहले चरण के बाद भू-जल स्तर में सुधार हुआ है। इस अभियान से 25 ब्लॉक में भूजल का स्तर ऊपर आया है। वहीं कुल 50 ब्लॉक में भू-जल सुरक्षित स्तर तक आ पहुंचा है। उन्होंने कहा कि पेयजल का स्तर बढ़ाने के साथ-साथ राज्य के तालाबों के चारों और पेड़-पौधे भी लगाए जा रहे हैं। अभी तक 28 लाख पौधे लगाए जा चुके हैं और एक करोड़ तक पौधे लगाए जाएंगे। इस अवसर पर जीरावला तीर्थ मण्डल ट्रस्ट ने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत सिरोही जिले में जल संरक्षण कार्याे के लिए 51 लाख रुपए का चैक सीएम को भेंट किया। इस अवसर पर आचार्य हेमचन्द्र सूरी, आचार्य गुणरत्न सूरी, आचार्य यशोविजय सूरी, आचार्य रत्नाकर सूरी, मुनि ऋषभ विजयजी, केन्द्रीय राज्यमंत्री सीआर चैधरी, गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, सांसद देवजी पटेल, विधायक जगसी राम कोली व नारायण सिंह, जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया, नगर सुधार न्यास आबूरोड अध्यक्ष सुरेश कोठारी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।