दौसा। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने घोषणा की है कि प्रदेश के सभी नगर निकाय क्षेत्रों में आगामी 14 अप्रैल अम्बेडकर जयंती के अवसर पर अम्बेडकर भवनों का निर्माण प्रारम्भ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद से लेकर अब तक दलितों को 60 साल तक शासन करने वाले लोगों ने अपना वोट बैंक समझा और उन्हें भुलावे में रखा। इसके विपरीत हमारी सरकार ने हमेशा दलित उत्थान के लिए जमीनी स्तर पर काम किया। राजे शुक्रवार को दौसा जिले के मंडावरी में भगवान बालीनाथ जी महाराज के मंदिर के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगों को सम्बल प्रदान करने के लिए ऐसी अनेक योजनाएं लागू की हैं, जिनका लाभ लेकर वे प्रगति के युग में सबके साथ आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने संत बालीनाथ जी को एक सिद्ध पुरूष के रूप में याद किया, जिन्होंने सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ सत्संग के माध्यम से जन जागरण अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि आज ऐसे महान संत और बैरवा समाज के आराध्य देव के दर्शन पाकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। राजे ने मंदिर परिसर में बालीनाथ जी का भव्य पैनोरमा बनाने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्थानीय लोक देवताओं के पैनोरमा की तर्ज पर यहां भी भगवान बालीनाथ के जीवन और उनकी शिक्षाओं के जीवन्त प्रदर्शन के लिए पैनोरमा बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में 100 करोड़ की लागत से पैनोरमा बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा मंदिरों और स्थानीय लोक देवताओं के स्थलों के विकास के लिए 600 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए गए हैं। राजे ने कहा कि हमारी सरकार अपने लक्ष्य ’सबका साथ और सबका विकास’ की भावना के साथ काम करते हुए दलितों को सरकार में पूरा प्रतिनिधित्व दिया है। उन्होंने कहा कि आज भाजपा के 32 विधायक विधानसभा में 36 की 36 कौमों के साथ-साथ दलितों की आवाज उठाते हैं। जबकि कांग्रेस के पास दलित वर्ग का सिर्फ एक विधायक है।
इसी से साफ होता है कि ये वर्ग कांग्रेस के चाल-चरित्र और चेहरे को पहचान गया है। ये वर्ग अब भाजपा को ही बेहतर विकल्प के रूप में ही देखने लगा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहली बार विधानसभा के अध्यक्ष पद से लेकर राज्यसभा सांसद और अन्य संवैधानिक पदों पर दलित समाज को प्रतिनिधित्व दिया गया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग के उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने ’भामाशाह रोजगार सृजन योजना’ में अनुदान की दर 4ः से बढ़ाकर 8ः कर दी है। मुख्यमंत्री ने मंडावरी में पेयजल की गंभीर समस्या के समाधान के लिए लगभग 30 लाख रुपए की लागत से तीन ट्यूबवेल, विद्युत कनेक्शन एवं पाइपलाइन स्वीकृत करने की घोषणा की। लालसोट शहरी पुर्नगठित पेयजल योजना में 8 करोड़ रुपए की लागत से 8 ट्यूबवेल एवं जलाशय का निर्माण हो चुका है, जिनमें फसल कटते ही विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराकर पेयजल सप्लाई की जाएगी।
-किरोड़ी ने किया आरक्षण से छेड़छाड़ नहीं होने देने का वादा
नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद डाॅ. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि वसुन्धरा राजे प्रदेश के सभी वर्गों को एक साथ लेकर चलने वाली मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने कड़ी मेहनत करके राजस्थान के विकास को गति दी है। उन्होंने कहा कि आजकल कुछ लोग कानों में फूंक मारकर लोगों को बरगलाने का काम कर रहे है। भ्रमित किये जाने का प्रयास किया जा रहा है कि भाजपा आरक्षण खत्म करेगी। डाॅ. किरोड़ी ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की ओर से वादा करते है कि आरक्षण से छेड़छाड़ नहीं होगी। भाजपा की ऐसी मंशा कतई नहीं है। भाजपा तो कमजोर को आगे बढ़ाने में विश्वास रखती है। डाॅ. किरोड़ीलाल मीणा शुक्रवार को दौसा जिले के मंडावरी में भगवान बालीनाथ जी महाराज के मंदिर के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
-2018 में फिर वसुन्धरा मुख्यमंत्री बनेगी-डाॅ. किरोड़ी
डाॅ. किरोड़ी ने कहा कि आज 10 साल बाद मुख्यमंत्री जी और मैं एक मंच पर हैं। बहिन-भाई के रिश्ते में कुछ गलतफहमी पैदा हो गई थी। मैं तो मानता हूं कि भाई की गलती ज्यादा थी लेकिन बहिन ने सब बातें भूलकर मुझे साथ ले लिया। मैं अपनी बहिन के साथ मिलकर भाजपा को आगे बढ़ाने का काम करूंगा। नेतृत्व को लेकर लड़ने वाली कांग्रेस झूठे सपने नहीं देखे। हरहाल में 2018 में फिर भाजपा की सरकार बनेगी। वसुन्धरा जी मुख्यमंत्री बनेंगी। श्रीमती राजे ने श्री बालीनाथ महाराज के मंदिर की लोकार्पण पट्टिका का अनावरण किया और महाराज की समाधि को धोक दी। उन्होंने बालीनाथ महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा परिसर में मौजूद साधु-संतों से आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री का पारम्परिक चुनरी ओढ़ाकर तथा फूल मालाओं के साथ स्वागत किया गया। बाद में उन्होंने समारोह में आई महिलाओं से भी भेंट की तथा आमजन के अभाव-अभियोग सुने। इस अवसर पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बाबू लाल वर्मा, संसदीय सचिव जितेन्द्र गोठवाल और ओमप्रकाश हुडला, विधायक अल्का गुर्जर, मानसिंह और गीता वर्मा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसकौर मीणा, पूर्व मंत्री वीरेन्द्र मीणा, रामकिशोर मीणा, संभागीय आयुक्त राजेश्वर सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।