जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 4 अगस्त से राजस्थान गौरव यात्रा पर निकल रहीं हैं। इस यात्रा को लेकर पूरा रोडमैप तैयार हो चुका है। केवल एक संभाग में जहां पर रथ का निकलना थोड़ा कठिन है, वहां पर मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से यात्रा करेंगी। इसके साथ ही यह हो गया है कि यह यात्रा 165 विधानसभा क्षेत्रों को टच करेगी। बचे हुए 35 क्षेत्रों को चुनाव से पहले पार्टी द्वारा तय कर शामिल किया जाएगा।
यात्रा को लेकर भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी, गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, पार्टी प्रवक्ता मुकेश पारीक, महामंत्री भजनलाल और मीडिया प्रमुख विमल कटियार ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। यात्रा के रूट को लेकर गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रथ यात्रा का आरंभ नाथद्वारा से 4 अगस्त को होगा, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शिरकत करके हरी झंडी दिखाएंगे। यात्रा की अवधि कुल 58 दिन की होगी, लेकिन बीच-बीच में 18 दिन का गैप दिया जाएगा, जिसके चलते यह 40 दिन तक क्षेत्रों में रहेगी। यात्रा सभी संभागों में होगी, लेकिन इस दौरान 200 में से 165 विधानसभा क्षेत्रों को टच किया जाएगा। केवल 35 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां पर मुख्यमंत्री की रथयात्रा नहीं जाएगी। इनमें सर्वाधिक जयपुर संभाग के 23 विधानसभा क्षेत्र हैं। इस यात्रा को लेकर सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि मुख्यमंत्री मांडलगढ़, राजाखेड़ा और लाडनूं विधानसभा क्षेत्र में नहीं जाएंगी। यह तीनों विधानसभा क्षेत्र तीन अलग-अलग कारणों से सुर्खियों में है।
मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र वही जगह है, जहां पर 5 महीने पहले ही विधानसभा के उपचुनाव हुए थे। इन चुनावों में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस सीट पर साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी की कीर्ति कुमारी ने जीत हासिल की थी, लेकिन पिछले साल स्वाइन फ्लू के चलते उनका निधन हो गया था।
इसी तरह से धौलपुर जिले के राजाखेड़ा में भी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा नहीं जाएगी। गौरतलब है कि यहां से वर्तमान में कांग्रेस के प्रद्युम्न सिंह विधायक हैं। प्रद्युम्न सिंह राजस्थान के पूर्व वित्त मंत्री रह चुके हैं और वह कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ विधायकों में से एक हैं। चर्चा है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ उनके अच्छे सियासी रिश्ते होने के कारण, उनके आग्रह पर इस क्षेत्र को टाला गया है।
इसी तरह से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की राजस्थान यात्रा नागौर जिले के लाडनूं विधानसभा क्षेत्र में भी नहीं जाएगी। दरअसल, लाडनूं विधानसभा क्षेत्र से 12 किलोमीटर दूर ही कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह का गांव है। आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर के बाद रावणा राजपूत समाज में गहरा रोष व्याप्त है, जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी को इस बात का एहसास है कि वहां पर मुख्यमंत्री का भारी विरोध हो सकता है। सम्भवत: इसलिए किसी भी तरह के विवाद में पड़ने से बचने के लिए इस विधानसभा क्षेत्र को भी टाल दिया गया है।
उदयपुर ग्रामीण और शहर में नहीं जाएगी यात्रा
मजेदार बात यह है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की यह राजस्थान गौरव यात्रा उदयपुर शहर और ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में नहीं जाएगी। बताया जा रहा है, कि गुलाबचंद कटारिया को यात्रा का संयोजक बनाए जाने के बाद इस क्षेत्र को मुख्यमंत्री की यात्रा से बाहर कर दिया गया है। गौरतलब है कि वर्तमान गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने साल 2008 में राजस्थान की यात्रा निकालने का ऐलान किया था, लेकिन तब वसुंधरा राजे ने पार्टी में दबाव बनाकर उनकी यात्रा को स्थगित करवा दिया था।