लखनऊ। यह तो सभी जानते की भाजपा सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने में कांग्रेस से कहीं जयादा आगे हैं। इस टेक्नॉलॉजी का जितना फायदा भाजपा ने उठाया है उतना ही शायद किसी अन्य पार्टी ने उठाया हो। अब भी स्थिति ज्यादा बदली नहीं है भाजपा अब भी सोशल मीडिया पर उतनी ही एक्टिव है जितनी 2014 में थी। हालांकि अब कांग्रेस और राजनीतिक दल भी इस और अपने कदम बढ़ा चुके हैं। इसी कड़ी में अब भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व ने आईटी सेल को युद्धस्तर पर सक्रिय कर दिया है। आईटी सेल अब अगले महीने सोशल मीडिया वर्करों का एक बड़ा सम्मेलन लखनऊ में करने जा रही है। लखनऊ में होने वाले इस सम्मेलन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह चुनावी जंग जीतने को सोशल मीडिया वर्करों को गुरुमंत्र देंगे।
इस सम्मेलन में पार्टी के 26 हजार सोशल मीडिया वर्कर भाग लेंगे।हर बूथ पर पांच साइबर योद्धा: लोकसभा चुनावों में अपनी अहम भूमिका को देखते हुए प्रदेश भाजपा के आईटी सेल ने राज्य से लेकर क्षेत्र, जिला, मंडल, सेक्टर व बूथ स्तर पर सोशल मीडिया वालिंटयर्स की एक पूरी टीम तैयार कर ली है। प्रदेश के एक लाख 40 हजार बूथों तक पांच कार्यकर्ता ऐसे तैयार कर लिए गए हैं, जिनके पास एन्ड्रायड फोन है और वे इन्टरनेट, वाट्सएप फेसबुक और ट्विटर का इस्तेमाल करना जानते हैं। वाट्सएप ग्रुप से प्रचार: सोशल मीडिया सेल ने पूरे प्रदेश में 56 हजार वाट्सएपग्रुप तैयार किए हैं। भाजपा का ये वाट्सग्रुप आॅफिसियल हैं। इनके सहारे से पार्टी के कार्यक्रमों, अभियानों और चुनावी तैयारियों की जानकारी एक घंटे के अन्दर ऊपरी संगठन से लेकर बूथ स्तर तक के नियुक्त पांच साइबर कार्यकतार्ओं को मिल जाएगी।