नयी दिल्ली : सीटू ने आधार डेटा के कथित तौर पर लीक होने के संबंध में एक अखबार में प्रकाशित खबर को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराये जाने को आज केंद्र सरकार की ‘प्रतिशोधी कार्रवाई’ करार दिया।उसने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘‘सीटू आधार व्यवस्था के लीक होने की आशंका के पर्दाफाश को लेकर ट्रिब्यून की पत्रकार रचना खैरा और उनके सूत्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के सरकार के फैसले की निंदा करती है।’’ सीटू ने इसे केंद्र की ‘प्रतिशोधी कार्रवाई’ बताते हुए इसके विरोध में उभरते स्वरों का स्वागत किया है।
सीटू ने अपने बयान में कहा है कि भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) व्यवस्था में चूक की सफल खोजबीन के लिए पत्रकार को ‘सम्मानित’ किया जाना चाहिए था।संगठन ने सरकार से पत्रकार के खिलाफ दर्ज मुकदमें को वापस लेने की मांग की।