जयपुर। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में शुक्रवार को आरएसएस के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य के आरक्षण संंबंधी बयान पर विवाद बढऩे पर आरएसएस को सफाई देनी पड़ रही है। वैद्य ने शुक्रवार को एक सैशन में कहा था कि अगर आरक्षण व्यवस्था रहेगी तो अलगाववाद बढ़ेगा। इस बयान के बाद सियासी जंग तेज हो गई। मामला बढऩे पर रात को ही संघ को प्रेसवार्ता बुलाकर सफाई देनी पड़ी। संघ के सह-सरकार्यवाह दत्तात्रेयजी होसबोले ने वैद्य के बयान का बचाव करते हुए सफाई दी कि आरक्षण बयान पर विवाद खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है। संघ ने हमेशा यह प्रयास किए हैं कि संविधान प्रदत्त आरक्षण जारी रहना चाहिए। संविधान में एसटी, एससी, ओबीसी के रिजर्वेशन प्रावधान है। इन सभी वर्गों को आरक्षण का पूरा पूरा लाभ मिले, इसके लिए संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने 1991 में प्रस्ताव पास किया गया था कि एसटी, एससी और ओबीसी को आरक्षण के प्रावधान का पूरा लाभ मिले इसके प्रयास होते रहना चाहिए। संघ के पदाधिकारी के नाते मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि आरक्षण विवाद अनावश्यक पैदा करने का प्रयास किया गया है। जब तक देश में जाति और जन्म आधारित असमानता रहेगी, तब तक आरक्षण की सुविधा रहनी चाहिए। यह वाक्य मैंने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में भी कहा था। डॉक्टर वैद्य ने भी इसी विषय को कहा था।
Bharat ko Barbad hone se bachana he to bpl family ki inquiry sahi se karwai jaye