जयपुर। राजस्थान में सीएम पद को लेकर दो बार मुख्यमंत्री रहे अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ सचिन पायलट के बीच जबरदस्त घमासान मचा हुआ है। दोनों ही पक्ष सीएम पद के लिए अड़े हुए बताए जा रहे हैं और विधायकों के संख्या बल की ताकत भी अंदरखाने दिखाई जा रही है। पायलट के समर्थन में कई जिलों में प्रदर्शन होने लगे हैं। दो दिन से पीसीसी और दोनों नेताओं के घरों पर उनके सैकड़ों समर्थक डटे हुए हैं। वे अपने नेताओं के समर्थन में जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। हालांकि सीएम पद का फैसला नहीं होने पर गुरुवार शाम तक दोनों ही नेताओं के जोश ठण्डता पड़ता दिखाई दिया।
राहुल गांधी के आवास पर गुरुवार देर रात तक अशोक गहलोत व सचिन पायलट के नाम पर मंथन चलता रहा। बताया जाता है कि दोनों ही पक्ष सीएम पद त्यागने को तैयार नहीं है। एक चर्चा यह भी आई थी कि गहलोत सीएम बन जाए और सचिन पायलट डिप्टी सीएम, लेकिन बताया जाता है कि पायलट ने डिप्टी सीएम पद लेने से इनकार कर दिया है। उनके तर्क है कि पांच साल राजस्थान ेमें कांग्रेस को एकजुट करके पार्टी को बहुमत दिलाया और राजस्थान के युवा उन्हें पसंद करते हैं।
वहीं अनुभव के आधार पर गहलोत सीएम की दावेदारी जताते हुए दावा कर रहे हैं कि अधिकांश विधायकों का समर्थन उनके पास है। देर रात तक एक नाम पर सहमति नहीं बनने पर शुक्रवार सुबह फिर दोनों नेताओं से मंत्रणा होगी, साथ ही पर्यवेक्षक वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय से भी अलग से चर्चा करके रिपोर्ट ली गई है। राजस्थान व छत्तीसगढ़ सीएम पद के लिए सोनिया गांंधी और प्रियंका गांधी भी राहुल गांधी के आवास पर पहुंची।